अयोध्याउत्तर प्रदेश

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक सर्किट हाउस में संपन्न, जुलाई से आकार लेने लगेगा राम मंदिर का गर्भगृह

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक रविवार को समाप्त हुई. इस बैठक में राम मंदिर निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ-साथ भक्तों की सुविधाएं व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहन मंथन किया गया. वहीं, तय समय में रामलला को गर्भ ग्रह में विराजमान कराने के लिए निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, अयोध्या मंडल के IG रेंज, DM अयोध्या के साथ-साथ राम जन्मभूमि परिसर के सुरक्षा का दायित्व निभा रहे BSF के रिटायर्ड डीजे केके शर्मा के साथ बीते 48 घंटे तक चल रही मैराथन बैठक संपन्न हुई.

वहीं, राम मंदिर के परिसर को अभेद किले में परिवर्तित करने के यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. क्योंकि, राम जन्मभूमि परिसर के साथ-साथ संपूर्ण अयोध्या धाम को अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा. इस दौरान जन्मभूमि परिसर में अदृश्य रूप से तैनात होंगे सुरक्षाकर्मी जिसका खाका तैयार किया गया है. ऐसे में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टियों के साथ साथ उच्च अधिकारियों के सामने यह सारी चीजें विस्तृत तौर पर बताई गई हैं और इसका प्रेजेंटेशन भी किया गया है. फिलहाल इन तमाम बिंदुओं को लेकर विस्तृत चर्चा के साथ राम मंदिर निर्माण समिति की 2 दिवसीय बैठक जिले के सर्किट हाउस में संपन्न हुई है.

रामजन्मभूमि की सुरक्षा को हाईटेक करने को लेकर चर्चा

गौरतलब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि मंदिर निर्माण के कार्य की प्रगति कार्य अवधि के अनुरूप चल रहा है. ऐसे में जन्मभूमि पर प्लिंथ के निर्माण में ग्रेनाइट स्टोन के पत्थरों को स्थापित किया जा रहा है. वहीं, राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के 17000 ग्रेनाइट स्टोन मंदिर निर्माण के निमित्त जन्मभूमि परिसर में लाए जा चुके है. बता दें कि वर्तमान समय में राम जन्मभूमि पर प्लिंथ पहली लेयर का काम चल रहा है, जिसमें प्रतिदिन 20 से 25 पत्थरों को लगाया जा रहा है. हालांकि आने वाले समय में इस कार्य को और गतिमान करने के लिए और प्लिंथ के निर्माण में पत्थरों की संख्या को और तेजी से लगाने के लिए भी मंथन किया गया है. फिहाल कार्यदाई संस्था इन पत्थरों की संख्या प्रतिदिन 80 से 100 पत्थर लगाने के टारगेट पर वर्तमान समय में विचार विमर्श कर रही है. इस पर कार्यदाई संस्था जल्द ही अमल करेगी.

2023 में गर्भ गृह में रामलला को विराजमान किया जाएगा- अनिल मिश्रा

बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट श्री राम भक्तों से वादा किया है कि साल 2023 में गर्भ गृह में रामलला को विराजमान कर दिया जाएगा. साथ ही अयोध्या धाम आने वाले श्रद्धालु रामलला का दर्शन उनके मंदिर में ही कर सकेंगे. वहीं, अनिल मिश्रा ने बताया कि प्लिंथ के निर्माण कार्य रिटेनिंग वॉल के कार्य पर मंदिर निर्माण समित की बैठक विस्तृत रूप से चर्चा की गई है, उम्मीद है कि मई और जून के महीने के बाद राम मंदिर के गर्भ गृह का निर्माण कार्य आरंभ होगा. ऐसे में गर्भ गृह के निर्माण में बंसी पहाड़पुर के पत्थरों का उपयोग होगा जिनको लाना का शुरु किया जाएगा, जिससे मैन पावर होगी कम और सुरक्षा व्यवस्था हाईटेक होगी. इस दौरान 2 दिवसीय मंदिर निर्माण सीमित की बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र, राम जन्म भूमि के सुरक्षा सलाहकार केके शर्मा, ACS होम अवनीश अवस्थी, ट्रस्ट के सदस्य व LNT टाटा कंसल्टेंसी के एक्सपर्ट मौजूद रहे.

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