कपड़ा व्यापारी का बेटा अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त, अपहरण करने वाले दो बदमाश गिरफ्तार
- एसटीएफ और बस्ती पुलिस मिली बडी सफलता
बस्ती। जिले के रुधौली से व्यापारी के बेटे का अपहरण करने वाले दो बदमाशों को एसटीएफ और बस्ती जिले की पुलिस ने शनिवार की सुबह गोरखपुर के सहजनवां कस्बे से गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर एक मकान में बंधक बनाकर रखे गए व्यापारी के बेटे को टीम ने सकुशल बरामद कर लिया। सहजनवां के रहने वाले बदमाशों ने व्यापारी से 50 लाख फिरौती मांगी थी।
इस संबंध में पीसी करते हुए आईजी रेंज राजेश मोडक व पुलिस कप्तान आशीष श्रीवास्तव ने संयुक्त रुप से बताया कि अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ गोरखपुर यूनिट के इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह को भी सूचना दी गई थी। कि बस्ती के रुधौली के रहने वाले व्यापारी अशोक कसौधन के बेटे अखंड का अपहरण करने वाले बदमाश सहजनवां में छिपे हैं।
सूचना के आधार पर छानबीन में जुड़ी एसटीएफ की टीम ने सर्विलांस की मदद से शनिवार की सुबह सहजनवां के पाली निवासी सूरज सिंह और उसके भाई आदित्य सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि व्यापारी के बेटे अखंड को सहजनवां कस्बे के शिवपुरी कॉलोनी में लिए गए किराए के मकान में बंधक बनाकर रखा है। आरोपियों के साथ कमरे पर पहुंची एसटीएफ और बस्ती जिले की पुलिस ने कमरे में बंधक बनाकर रखे गए अखंड को मुक्त कराया और उपचार के लिए अस्पताल ले गए। आरोपितों से एसटीएफ और बस्ती जिले की पुलिस पूछताछ कर रही है।
यह रहा अपहरण का मामला:
रुधौली थाना क्षेत्र के रुधौली कस्बा निवासी अशोक कसौधन कपड़े का व्यापार करते हैं। 23 अप्रैल की शाम साढ़े चार बजे उनका 13 वर्षीय बेटा अखंड कसौधन बाजार में सब्जी लेने गया था। इस बीच बाइक सवार बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया। घटना के कुछ देर बाद अपहरणकर्ताओं ने अशोक कसौधन को फोन कर 50 लाख की फिरौती मांगी। फिरौती की रकम न देने पर बच्चे को नुकसान पहुंचाने की बात कही। जिससे स्वजन डर गए और घटना की जानकारी पुलिस को दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन कर रही थी। दो दिन तक कुछ पता न चलने पर एसटीएफ की टीम को लगाया गया था।
पूछताछ करने पर अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम दोनों भाई खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर से कपड़े खरीद कर कई दुकानों पर कपड़ा सप्लाई करते थे | हम दोनों भाई अशोक कुमार गुप्ता को भी कपड़ा सप्लाई करते थे आने-जाने के कारण अशोक कुमार गुप्ता का लड़का अखंड कुमार कसौधन हम दोनों से घुल-मिल गया था। हम दोनों भाइयों का सम्बन्ध अपने पिता से अच्छे सम्बन्ध नहीं थे और माता जी के गहने को गिरवी रखकर लोन लिए थे।
जिसके कारण आर्थिक रूप से परेशान होने व कर्जे को चुकाने के लिए अशोक कुमार गुप्ता के लड़के अखंड कुमार कसौधन के अपहरण करने की योजना एक महीने पहले से बनाए थे और 22 अप्रैल 22 को हम दोनों ने लड़के का अपहरण करने की कोशिश किए लेकिन असफल रहें अगले दिन 23 अप्रैल को अखंड को सब्जी खरीदते हुए देखने पर लड़के के पास गए और बोले की हमारी गाड़ी का टायर पंचर हो गया जिसे चलाकर बदलवा दो जिस पर वह हम लोगों के साथ गाडी पर बैठकर चला आया और उसका हम दोनों भाइयों ने अपहरण कर लिया था। तथा अशोक कुमार गुप्ता के पास फोन करके पैसा मांग रहे थे।