अखिलेश यादव पकिस्तान के पदचिह्नों पर चल रहे : वेदांती
वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद डा.रामविलास वेदांती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर सियासी तीर चलाये। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव पकिस्तान के पदचिह्नों पर चल रहे हैं। किसी भी मुस्लिम देश ने अभी तक काशी विश्वनाथ के ज्ञानवापी मंदिर का विरोध नहीं किया। लेकिन अखिलेश यादव और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी विरोध कर रहे है।
शुक्रवार शाम शहर में आये रामविलास वेदांती मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि ओवैसी की इच्छा दूसरा बाबर और औरंगजेब बनने की है। लेकिन हम अपने देव स्थान को कतई नहीं छोड़ेंगे। ज्ञानवापी मंदिर था, है और रहेगा। अब न्यायालय भी सच का पता लगाकर दुनिया के सामने रखेगा। उन्होंने कहा कि हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है और उसके निर्णय को स्वीकार करेंगे।
ओवैसी को निशाने पर लेकर कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रदोह की कार्रवाई करके जेल में डालना चाहिए। अगर ओवैसी संविधान और कानून को नहीं मानते हैं तो उसकी शपथ लेकर कैसे सांसद बने हैं। वेदांती ने इतिहास का जिक्र कर कहा कि मुगल बादशाह औरंगजेब ने भगवान विश्वेश्वर का मंदिर तुड़वाया तो सबसे पहले उनके शिवलिंग को क्षतिग्रस्त कर कुएं में फेंकवा दिया था। भारत में 30 हजार मंदिरों को तोड़ कर मस्जिदें बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि नब्बे फीसद मंदिरों को तोड़ कर ही मस्जिदें बनवाई गई थी। 355 साल हो गए जब औरंगजेब ने मंदिर को तोड़ कर मस्जिद बनवाई थी। नंदी सामने बैठे है, वह प्रतीक्षा कर रहे है कि भगवान भोलेनाथ बाहर निकलें तो उन्हें अपनी पीठ पर बैठा कर गंगा किनारे भ्रमण के लिए ले जाऊं। ऐसा ही मथुरा में भी किया गया है। ऐसा ही कुतुब मीनार में भी किया गया है।
बताया कि संत समाज अयोध्या, काशी और मथुरा के अपने देव स्थानों के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है। संत समाज किसी भी तरह की लड़ाई में कभी पीछे नहीं हटेगा। हमें अपने देश के संविधान और न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि अब पूरे देश में हिंदुत्व का समय आ गया है। जैसे राम मंदिर का फैसला आया, वैसे ही काशी विश्वनाथ के मसले में अदालत का आदेश आएगा। वेदांती ने कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि 70 वर्षों तक हिन्दू-मुसलमान को लड़ाया क्योंकि वो लड़ते रहे और इस पार्टी का शासन चलता रहा।