
सिद्धार्थनगर। सीखे हुए हुनर में निखार लाने के लिए नियमित अभ्यास करना बहुत जरूरी है।सभी सिलाई,कटाई प्रशिक्षित महिलाओं को निरंतर अभ्यास करते रहना होगा तभी बाजार के मांग के अनुरूप उत्तकृष्ट सिलाई कर सकेंगे । स्वरोजगार से जुड़कर परिवार व समाज में अहम योगदान दे सकेंगे।महिलाओं को हर क्षेत्र में बढ़- चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए क्योंकि एक समाज के निर्माण में महिलाओं का अहम योगदान होता है। उक्त विचार मुख्य विकास अधिकारी जयेंद्र कुमार ने गौतम बुद्ध जागृति समिति द्वारा नाबार्ड के सहयोग से कराए गए सिलाई – कटाई प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण- पत्र वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किया।उन्होंने 90 प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरित किया।
जिला समन्वयक राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन योगेंद्र भारती ने कहा – स्वयं सहायिका समूह के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ने के बहुत अवसर दिए जा रहे हैं जिससे सभी सदस्य आयोपर्जक गतिविधियां शुरू कर अपने व अपने परिवार का सर्वांगीड विकास कर सकते हैं। इस अवसर पर वृजराज सहानी जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड,श्रीधर पाण्डेय,राणा प्रताप सिंह आदि ने विचार व्यक्त किया।कार्यक्रम में निर्मला प्रजापति,रीता देवी,ममता,पूनम दूबे,राजा मिश्रा,सुनील कुमार,आकाश पाण्डेय सहित अन्य प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति रही।