
सन्तकबीरनगर। विकास खण्ड बघौली के अन्तर्गत ग्राम सभा उतरावल में स्थित श्री सिद्धेश्वर नाथ शिव मन्दिर परिसर में आयोजित श्रीराम में यज्ञ के साथ समापन हुआ आचार्य धरणीधर जी महाराज ने कहा ईश्वर की भक्ति करने से मनुष्य के मन में संतोष आ जाता है और यह संतोष ही जीवन का सबसे बड़ा धन है। इस धन के आगे संसार की सब वस्तुएं फीकी है। जिस मनुष्य के जीवन में संतोष आ गया। समझो उसको जीते जी स्वर्ग मिल गया। क्योंकि संतोष के सामने सब धन धूल के समान नजर आता है।
कहा परोपकार की सर्वोत्तम विधि हमें यज्ञ से सीखनी चाहिए। जो हवन सामग्री की आहूति दी जाती है,उसकी सुगंधि वायु द्वारा अनेक प्राणियों तक पहुंचती है। वे उसकी सुगंध से आनंद अनुभव करते हैं। यज्ञ कर्ता भी अपने सत्कर्म से सुख अनुभव करता है।
आचार्य धरणीधर जी ने कहा पर्यावरण को शुद्ध बनाने का एकमात्र उपाय यज्ञ है। यज्ञ प्रकृति के निकट रहने का साधन है। रोग-नाशक औषधियों से किया यज्ञ रोग निवारण वातावरण को प्रदूषण से मुक्त करके स्वस्थ रहने में सहायक होता है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने भी परीक्षण करके यज्ञ द्वारा वायु की शुद्धि होकर रोग निवारण की इस वैदिक मान्यता को स्वीकार किया है।
इस अवसर पर मधूसुदन राय,शुशील राय,भोला राय,रविशंकर राय,हरि श्याम राय,गंगाधर राय,चन्द्रभान राय, अखिलेश राय,राधेश्याम राय,सुरेन्द्र नाथ राय,सुभाष चन्द्र पाण्डेय,राम बुझारत राय,नरेंद्र राय,वीर बहादुर राय उर्फ भीम राय,अनिल राय,भाजपा नेता अभिनंदन तिवारी, सर्वेश तिवारी,फुलचंद राय समेत तमाम लोग मौजूद रहे।