
गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के तत्वाधान में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय पर अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में डाॅ0 जितेन्द्र कुमार, कार्यक्रम समन्वयक ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस संयुक्त राष्ट महासंघ द्वारा घोषित किया गया। ताकि प्रकृति के साथ सदभाव से रहने एवं समान दृष्टि को बढ़ावा दिया जा सकें। पृथ्वी पर विशाल जीवन की विविधता का वर्णन करने के संदर्भ में किया जाता है। इसका उपयोग विशेष रूप से एक क्षेत्र या पारिस्थितिकी तंत्र में सभी प्रजातियों को संदर्भित करने हेतु किया जा सकता है।
जैव विविधता पौधों, वैक्टीरिया, जानवरों और मनुष्यों सहित हर जीवन प्राणि को संदर्भित करती है। इसमें जैव विविधता के संरक्षण से पारिस्थितिकी तंत्र की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी होती है जहाँ प्रत्येक प्रजाति चाहें वह कितनी भी छोटी क्यों न हो सभी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पौधों की प्रजातियाँ की एक बड़ी संख्या में होने का अर्थ फसलों की अधिक विविधता अधिक प्रजाति विविधता सभी जीवन रूपी प्राकृतिक स्थिरता सुनिश्चित करती है। कार्यक्रम में बालेन्द्र यादव, कार्यालय सहायक, राजेन्द्र मौर्य, निखिल दूबे, अनामिका राव, रंजना, वैण्णवी, सिमरन, तनु भारती आदि स्वयंसेवकों ने भाग लिया कार्यक्रम समन्वयक डाॅ0 जितेन्द्र कुमार ने सभी स्वयंसवकों को धन्यवाद ज्ञापन किया । अंत में कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ समाप्त किया गया।