साले ने दोस्तों के साथ मिलकर करवाया जीजा का अपहरण, फिल्मी स्टाइल में बनाया प्लान, 7 आरोपी गिरफ्तार
फरीदाबाद: 11 अक्टूबर को फरीदाबाद के राजकुमार का अपहरण कर लिया गया. जिसके बाद उसकी दूसरी पत्नी ने सेक्टर-16 पुलिस चौकी में एक शिकायत दी. शिकायत में उसने कहा कि उसके पति को कुछ गुंडे स्विफ्ट गाड़ी में उठा ले गए हैं. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला की शिकायत पर अपहरण का धारा में एफआईआर दर्ज की और तलाश में जुट गई.
फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि फरीदाबाद क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 प्रभारी अशोक कुमार की टीम ने पंजाब, मोहाली से 3 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया और अपहृत राजकुमार को छुड़ा लिया गया. मामले में कुल सात आरोपी गिरफ्तार किए गए. इस पूरे मामले में सबसे खास बात ये है कि अपहरण करने का प्रमुख आरोपी पीड़ित का साला है. पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये सारा मामला जमीन का है.
पीड़ित का साला है मुख्य आरोपी- पुलिस के मुताबिक आरोपी विनय की बहन की शादी राजकुमार के साथ हुई थी. राजकुमार के 2 बच्चे भी हैं. उसकी 4 एकड़ जमीन आईएमटी में चली गई थी, जिसका उसे काफी पैसा मिला था. राजकुमार ने उस पैसे से 8 एकड़ जमीन और 2 प्लॉट खरीदे थे. राजकुमार घर से बाहर किसी अन्य महिला के साथ रहने लगा. जिसके बाद राजकुमार से आरोपी विनय की बहन के नाम सभी जमीन करा ली गई और पैसा भी ले लिया. सिर्फ 2 प्लॉट राजकुमार के नाम पर हैं. अब 2 प्लॉट को लेकर झगड़ा चल रहा था. राजकुमार ने दूसरी महिला से कोर्ट में शादी कर ली थी. जिसके लिए राजकुमार ने हाई कोर्ट से सुरक्षा की मांग की थी. प्रोटेक्शन ना मिले इसके लिए आरोपी विनय और नरवीर ने योजना बनाकर राजकुमार का अपहरण कराया था.
एक आरोपी को हो चुकी है उम्रकैद- आरोपी योगेश उर्फ योगी से पूछताछ में सामने आया कि उसके ऊपर राजस्थान में हत्या का मामला दर्ज है. जिसमें उसे उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है. आरोपी भरतपुर डीग अदालत से पैरोल पर आने के बाद फरार चल रहा है. आरोपी ने सुपारी लेकर हत्या की वारदात को भी अंजाम दिया है. आरोपी विनय के पास 32 बोर की पिस्तौल लाईंसेंसी थी. आरोपी धर्मेंद्र देसी कट्टे को अलीगढ़ से किसी अंजान व्यक्ति से खरीदकर लाया था.
वकील हैं तीन आरोपी- फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी हर्ष, राहुल, महेश पलवल के गांव डराना के, आरोपी धर्मेंद्र पलवल के गांव अलावलपुर का और आरोपी नरवीर गांव चंदावली का रहने वाला है. जबकि आरोपी विनय रेवाडी के गांव पिथड़ावास और आरोपी योगेश उर्फ योगी राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव रिठोटी का रहने वाला है. गिरफ्तार आरोपियो में नरवीर फरीदाबाद के कोर्ट, आरोपी विनय चण्डीगढ़ हाईकोर्ट में और आरोपी नरवीर फरीदाबाद कोर्ट में प्रेक्टिस करते हैं. आरोपी विनय और नरवीर दोस्त हैं. नरवीर, विनय व धर्मेन्द्र उर्फ धरमू को नया गांव मोहाली पंजाब से गिरफ्तार किया गया है.
फिल्मी अंदाज में बनाया अपहरण का प्लान- पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी विनय और नरवीर ने योजना बनाकर योगेश उर्फ योगी को अप्रहत व्यक्ति राजकुमार के घर किराए पर रहने के लिए भेजा. आरोपी योगेश उर्फ योगी राजकुमार के घर नाम बदलकर मुकेश के नाम से कुछ दिन रहा. आरोपी योगेश अपने साथ एक दिन पहले आरोपी धर्मेन्द्र को अप्रहत व्यक्ति की पहचान के लिए किराए के मकान पर लेकर आया था.
सामान बेचने के बहाने बुलाया- आरोपी योगेश उर्फ योगी ने योजना के तहत बताया कि उसका जानकार बैंक मे मैनेजर है, वो फरीदाबाद सेक्टर 16 ए से शिफ्ट होकर गुंडगांव जा रहा है. पुराना सोफा सैट, LED, और बेड बेचना चाहता है. जिसको में खरीदना चहाता हूं. राजकुमार और उसकी दूसरी पत्नी को सोफा कम पैसे में खरीदने का लालच देकर सेक्टर-16 फरीदाबाद लेकर आया था. आरोपी ने राजकुमार और उसकी पत्नी को सन फ्लैग अस्पताल के पीछे खड़ा करके चाभी लाने के नाम पर वहां से चला गया. आरोपी धर्मेन्द्र ने राजकुमार को पहचान लिया और उठाकर गाड़ी में डाल लिया और महिला को धक्का मारकर राजकुमार को लेकर फरार हो गए. आरोपियों से वारदात में प्रयोग की गई स्विफ्ट डिजायर और I-20 कार के साथ ही दो पिस्टल और 19 जिंदा कारतूस बरामद की गई हैं.