UPSC कोचिंग के लिए मशहूर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति पर बनी फिल्म ’12th फेल’ हुई रिलीज
अगर आपमें मेहनत करने का जुनून, जज्बा और जोश है, तो आप अपनी कामयाबी का सफर खुद तय कर सकते हैं। फिर परिस्थितियां चाहे कितनी भी विपरीत क्यों न हों। युवाओं को यही संदेश देती विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ’12वीं फेल’ 27 अक्टूबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
आपको बता दें कि ‘दृष्टि आईएएस’ कोचिंग इंस्टीट्यूट के संस्थापक और शिक्षक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति इन दिनों इस फिल्म को लेकर चर्चाओं में हैं। विकास दिव्यकीर्ति ने एक शिक्षक की भूमिका निभाई है।
इस फिल्म में विक्रांत मैसी के साथ मेधा शंकर, अंशुमान पुष्कर, अनंत जोशी, हरीश खन्ना और संजय बिश्नोई जैसे बेहतरीन एक्टर्स नजर आएंगे। यह फिल्म IPS मनोज कुमार शर्मा की कहानी पर आधारित है। जो साल 2005 बैच के मुबंई कैडर के एक अधिकारी हैं।
12th फेल फिल्म महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस मनोज कुमार शर्मा से प्रेरित है। मनोज कुमार शर्मा ‘दृष्टि आईएएस’ कोचिंग इंस्टीट्यूट के छात्र रह चुके हैं। इस फिल्म में भी विकास दिव्यकीर्ति अपने ही अंदाज में यूपीएसी की तैयारी कर रहे छात्रों को पढ़ा रहे हैं।
अपने पहले ही प्रयास में यूपीएसी निकालने वाले विकास दिव्यकीर्ति ने नौकरी छोड़कर पढ़ाने का फैसला किया था। फिल्म के रिलीज होने के बाद हर कोई विकास दिव्यकीर्ति के बारे में और जानना चाहता है, तो आइए जानते हैं विकास दिव्यकीर्ति के बारे में?
कौन हैं दृष्टि कोचिंग वाले डॉ. विकास दिव्यकीर्ति
डॉ. दिव्यकीर्ति ‘दृष्टि आईएएस’ कोचिंग इंस्टीट्यूट के संस्थापक हैं और पेशे से एक शिक्षक हैं। डॉ. दिव्यकीर्ति यूपीएसी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए जाने जाते हैं। ये सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं।
विकास दिव्यकीर्ति हरियाणा के एक मिडिल क्लास परिवार से आते हैं। इनका जन्म 26 दिसंबर 1973 को हुआ था। इनके माता-पिता हिंदी साहित्य के प्रोफेसर थे। इसलिए बचपन से ही विकास दिव्यकीर्ति को हिंदी से गहरा लगाव है।
विकास दिव्यकीर्ति ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से हिंदी साहित्य में एमए, एमफिल और पीएचडी की है। विकास दिव्यकीर्ति ने दिल्ली विश्वविद्यालय और भारतीय विद्या भवन से अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में पोस्ट ग्रेजुएशन भी की है।
पहले ही प्रयास में निकाल ली थी UPSC
विकास दिव्यकीर्ति ने 1996 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास अपने पहले ही प्रयास में पास कर ली थी। आईएएस बनने के बाद उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय में नियुक्ति मिली थी।
विकास दिव्यकीर्ति को इस काम में मन नहीं लगा और उन्होंने एक साल के बाद ही अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। विकास दिव्यकीर्ति ने अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत डीयू में अध्यापन-कार्य से की थी।
नौकरी से इस्तीफा देने के बाद विकास दिव्यकीर्ति ने 1999 में ‘दृष्टि आईएएस’ कोचिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना की। विकास दिव्यकीर्ति की पत्नी तरुण वर्मा भी इस कोचिंग संस्थान की निदेशक हैं।
दृष्टि आईएएस का मुख्यालय मुखर्जी नगर, दिल्ली में है। इसके अलावा दिल्ली के करोल बाग में भी दृष्टि आईएएस के कोचिंग सेंटर हैं। दिल्ली के अलावा दृष्टि आईएएस के ब्रांच प्रयागराज और जयपुर में भी हैं।
विकास दिव्यकीर्ति के मुताबिक दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान में 1500 से 1800 लोग काम करते हैं। विकास दिव्यकीर्ति अपनी कोचिंग और सोशल मीडिया चैनल से हर महीने करीब करोड़ों में कमाई करते हैं।
‘दृष्टि आईएएस’ के यूट्यूब चैनल पर 10.8 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं। वहीं इंस्टाग्राम पर 1.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं। अगर बात करें 12वीं फेल फ़िल्म की तो पूरी जिम्मेदारी विक्रांत मैसी के कंधों पर टिकी हुई है और उन्होंने इसे बहुत ही शिद्दत से भी निभाया है।
यह फिल्म देखकर आप विक्रांत मैसी की एक्टिंग के कायल हो जाएंगे।12वीं फेल में विकास दिव्यकीर्ति भी नजर आते हैं, जो इस फिल्म को और ज्यादा नेचुरल बना देते हैं।