
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लाल डायरी को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए लाल डायरी को केवल हौवा करार दिया और कहा है कि इस पर बात करने की बजाय उन्हें महंगाई से हुए लोगों के लाल चेहरों पर बात करनी चाहिए। गहलोत गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर इंदिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना के लाभार्थियों से संवाद कार्यक्रम में बोलते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सीकर में अभी लाल डायरी पर भाषण दिया, प्रधानमंत्री पद की बहुत बड़ी गरिमा है। उनके पास इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई है, जिसका जमकर दुरुपयोग रहा है।
क्या वो जानकारी नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि यह जानबूझकर लालडायरी का हौवा खड़ा किया गया है । हमारे मंत्रिमंडल में साथ थे, उन्हें मोहरा बनाया गया और विधानसभा में लाल डायरियां लहराई गईं। विधानसभा में जिस तरह का व्यवहार किया गया, उसका पूरा प्रदेश गवाह है। संसद में भी लाल डायरियां लहराई गईं। उन्होंने कहा कि मोदी और उनकी पार्टी घबरा गई है और अब प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री से लेकर उनके बड़े बड़े नेता बार बार राजस्थान आ रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा- असली लूट तो लाल सिलेंडर को 1150 रुपए का करके मचा रखी है।
सिलेंडर का रंग लाल है,टमाटर का रंग लाल है । वो डायरी का रंग लाल बता रहे हैं, असली लूट तो यह है सबके सामने। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को लाल डायरी पर बात करने की बजाय असलियत पर बात करनी चाहिए। वह डायरी है ही नहीं, उसको लेकर राजनीति हो रही है। उसकी बजाय वे असलियत पर आएं। महंगाई की मार से आमदनी खत्म हो रही है, इससे लोगों का चेहरा लाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की शानदार योजनाओं से घबराकर भाजपा के नेताओं ने राजस्थान पर धावा बोला है और राज्य सरकार को बदनाम करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राजसथान में केन्द्र सरकार की शुरु की गई उनकी उज्जवला योजना को आगे बढ़ाया गया है, इससे तो प्रधानमंत्री को तो खुश होना चाहिए। गहलोत ने कहा कि भाजपा की सरकार आते ही कांग्रेस सरकार की योजना को बंद कर दिया जाता हैं जबकि हम जब सरकार में आते हैं तो उनकी योजना को को बंद नहीं करते।
यह उज्ज्वला स्कीम उनकी थी, लेकिन हमने 500 रुपए में सिलेंडर देकर इसे आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को तो कहना चाहिए था कि राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने उज्ज्वला स्कीम में सिलेंडर 500 में करने का साहस किया है। लेकिन वह इन मुद्दों पर नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि यह जो 500 रुपए में सिलेंडर करने की हिम्मत दिखाई गई है, धीरे-धीरे दूसरे राज्यों को भी आगे आना पड़ेगा। दो राज्य तो आगे आ चुके हैं।