भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में अमेरिका की फ्लाइट पकड़ी और कूटनीति का एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया। वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी के करीबी सहयोगी यूनुस को हिंदू हिंसा पर भारत से सख्त फटकार पड़ी। दरअसल, यूनुस ने भारत में चल रही कथित हिंदू हिंसा पर पाकिस्तान की चिंता व्यक्त की थी, जिस पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भारत ने पाकिस्तान को याद दिलाया कि अपनी आंतरिक समस्याओं को सुलझाने की बजाय वह दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप न करें।
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इस घटना ने यह साबित कर दिया कि कूटनीति केवल संवाद नहीं बल्कि कठोरता और मजबूत प्रतिक्रिया का भी हिस्सा है। एस. जयशंकर ने अमेरिकी यात्रा के दौरान भी यह संदेश दिया कि भारत अपनी विदेश नीति में किसी भी दबाव का सामना नहीं करेगा और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए मजबूत निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेगा। इस कूटनीतिक कदम ने दुनिया को यह संदेश दिया कि भारत अपने अंतरराष्ट्रीय रिश्तों को गंभीरता से लेता है और किसी भी प्रकार के दबाव या आरोपों के सामने झुकेगा नहीं।