पनामा नहर, जो वॉशिंगटन और पनामा के बीच स्थित है, वैश्विक व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है। यह नहर एशिया और उत्तरी अमेरिका के बीच शिपमेंट को आसान बनाती है, और इसके माध्यम से सालाना अरबों डॉलर का व्यापार होता है। 1999 में पनामा नहर का नियंत्रण पनामा को सौंपा गया था, लेकिन हाल ही में अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस नहर को लेकर एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने संकेत दिए कि अमेरिका फिर से इसका नियंत्रण लेने की कोशिश कर सकता है।
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ट्रंप के इस बयान ने वैश्विक स्तर पर खलबली मचा दी है। कई विशेषज्ञ इस पर विचार कर रहे हैं कि क्या अमेरिका फिर से पनामा नहर को अपने नियंत्रण में लेने के लिए कदम उठाएगा, क्योंकि इससे न केवल अमेरिकी व्यापार को फायदा हो सकता है, बल्कि यह अमेरिका और पनामा के रिश्तों में भी बदलाव ला सकता है। हालांकि, पनामा के अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अनुसार, यह निर्णय राजनीतिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील होगा। ट्रंप के बयान के बाद अब पूरी दुनिया की निगाहें इस पर हैं कि क्या अमेरिका भविष्य में इस महत्वपूर्ण जलमार्ग को लेकर कोई नया कदम उठाएगा।