
आतंकवाद एक ऐसा मुद्दा है जिसको लेकर दुनियाभर के देशों की कोशिश है कि इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ा जाए। भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है। राष्ट्रपति पुतिन के साथ भारत के एनएसए डोभाल और ईरान के एनएसए के बीच बैठक हुई है। मॉस्को में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया कि एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा। भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को लागू करने की दिशा में काम जारी रखने पर सहमत हुए।
अजीत डोभाल ने पाकिस्तान पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने आतंक के खिलाफ सामूहिक प्रयास का आह्वान किया। एनएसए अजीत डोभाल ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को सीधा संदेश दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि किस भी देश को अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए नहीं करना चाहिए। मॉस्को में अफगानिस्तान पर 5वीं क्षेत्रीय वार्ता में भाग लेते हुए भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएशए) अजीत डोभाल ने जोर देकर कहा कि भारत जरूरत के समय में अफगान लोगों को कभी नहीं छोड़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने नई दिल्ली की स्थिति को भी दोहराया कि किसी भी देश को आतंकवाद और कट्टरपंथ के निर्यात के लिए अफगान क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। डोभाल ने कहा कि आतंकवाद इस क्षेत्र में एक बड़ा खतरा बन गया है और दाएश और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों से निपटने के लिए गहन खुफिया और सुरक्षा सहयोग की आवश्यकता है।
डोभाल ने यूएनएससीआर 2593 (2021) के महत्व की फिर से पुष्टि की, जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत की अध्यक्षता के तहत पारित किया गया था और यूएनएससीआर 1267 द्वारा नामित आतंकवादी संगठनों को क्षेत्र से वंचित करने का आह्वान किया। बैठक में रूस और भारत के अलावा ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, चीन, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान ने भाग लिया। इस वार्ता का तीसरा दौर नवंबर, 2021 में डोभाल के नेतृत्व में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। डोभाल ने यह भी कहा कि एक समावेशी और प्रतिनिधि व्यवस्था अफगान समाज के व्यापक हित में है और देश के प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग सबसे पहले इसके कल्याण के लिए किया जाना चाहिए।