
यूक्रेन में रूस के ताबड़तोड़ हमले के बाद बिगड़ी स्थिति को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार की देर शाम एक बार फिर इमरजेंसी बैठक की. इस बैठक में अमेरिका (America) ने रूस पर जमकर निशाना साथा. UNSC में अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 9 दिन में यूक्रेन पर काफी कहर बरपाया है. अमेरिका ने कहा है कि रूस परमाणु संयंत्रों को वॉर का हिस्सा ना बनाए. हमें 15 परमाणु संयंत्रों की जिम्मेदारी लेनी होगी. यूएनएससी में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि यूरोप तेजी से युद्ध की ओर बढ़ रहा है. पुतिन अपने पागलपन को जल्द रोकें और यूक्रेन से तुरंत अपनी सेना वापस बुलाएं.
अमेरिकी राजनयिक ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर रूसी सेना की ओर से किए जा रहे हमले की निंदा की और कहा कि रूस से जल्द से जल्द अपनी सेना यूक्रेन से वापस बुलानी चाहिए. अमेरिका ने कहा कि यूक्रेन में रूस के सैनिक भी मारे जा रहे हैं लेकिन रूसी राष्ट्रपति को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. अमेरिका ने कहा, रूस ने अपने सैनिकों का भी सम्मान नहीं किया है. इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने एक बार फिर रूस को यूक्रेन पर आक्रमण करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि क्रेमलिन रचनात्मक तौर पर चयन करता है तो कूटनीति का मार्ग अभी भी उपलब्ध है.
बता दें कि रूस ने यूक्रेन में मौजूद यूरोप के सबसे बड़े परमाणु पावर प्लांट पर हमला कर दिया है. जिसके चलते वहां आग लग गई, जिसे वक्त रहते काबू में कर लिया गया. ये आग पांच मंजिला ट्रेनिंग केंद्र में लगी थी और इससे जेपोरिजजिया प्लांट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. पहले यहां यूक्रेन की इमरजेंसी सेवा को जाने की अनुमति नहीं थी. लेकिन बाद में उन्हें इसकी अनुमति मिल गई. उन्होंने कहा कि कोई हताहत नहीं हुआ है. अब यहां के ताजा हालात की जानकारी सामने आई है.
सभी सिस्टम ठीक से कर रहे काम
इमारत के क्षतिग्रस्त होने से यूनिट की सुरक्षा प्रभावित नहीं हुई है. परमाणु पावर प्लांट की सुरक्षा के लिए जरूरी कारक और सिस्टम ठीक से काम कर रहे हैं. फिलहाल रेडिएशन की स्थिति में कोई बदलाव दर्ज नहीं किया गया है. एसएनआरआईयू इन्फॉर्मेशन एंड क्राइसेज सेंटर को एक्टिवेट कर दिया गया है. एसएनआरआईयू और एसएसटीसी एनआरएस के विशेषज्ञ जेपोरिजजिया परमाणु पावर प्लांट के प्रबंधकों के संपर्क में हैं.