
अमेरिका की कई प्रमुख शहरों में इमीग्रेशन नीति को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। न्यूयॉर्क, वाशिंगटन डीसी, लॉस एंजेलिस और शिकागो जैसे शहरों में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारी ट्रंप प्रशासन की कथित ‘सख्त और अमानवीय’ इमीग्रेशन नीति के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नई इमीग्रेशन कार्रवाई के जरिए हजारों प्रवासियों को हिरासत में लिया जा रहा है, जिनमें कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। उनका आरोप है कि यह नीति मानवाधिकारों का उल्लंघन है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।
इस बीच, ट्रंप प्रशासन का साफ कहना है कि“हम अपनी इमीग्रेशन नीति को लागू करने से पीछे नहीं हटेंगे। जो भी अवैध तरीके से अमेरिका में हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।”
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व्हाइट हाउस प्रवक्ता ने इसे “कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक” बताया।
प्रदर्शनों के चलते कई इलाकों में धारा 144 जैसे प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिए गए हैं। कुछ जगहों पर प्रदर्शन हिंसक भी हो गए, जहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ट्रंप प्रशासन के रुख से स्पष्ट है कि वो इमीग्रेशन पर नरमी बरतने को तैयार नहीं है, जबकि विरोध की लहर लगातार फैल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो यह मुद्दा अमेरिका में आंतरिक राजनीतिक संकट का रूप ले सकता है।