
पाकिस्तान में एक बार फिर सियासी फूट की स्थिति उभरकर सामने आई है। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी ने पाकिस्तान सरकार द्वारा आयोजित पहलगाम हमले पर ब्रीफिंग में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इस कदम को पाकिस्तान में राजनीतिक असहमति और आपसी विवादों का परिणाम माना जा रहा है।
पाकिस्तान सरकार द्वारा आयोजित इस ब्रीफिंग में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की भूमिका और आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा होनी थी। ब्रीफिंग में पाकिस्तान की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों को बुलाया गया था, लेकिन PTI ने यह आरोप लगाते हुए इनकार कर दिया कि इस तरह की ब्रीफिंग का उद्देश्य केवल सियासी फायदा उठाना है और वास्तविकता से मुंह मोड़ा जा रहा है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान में राजनीतिक गुटबंदी और इमरान खान के नेतृत्व वाली PTI का सरकार के साथ बढ़ता तनाव इस कदम के पीछे का मुख्य कारण है। पार्टी के नेताओं ने यह भी कहा कि उन्हें भरोसा नहीं है कि सरकार इस मामले को निष्पक्षता से देखेगी।
वहीं, इस घटनाक्रम से पाकिस्तान में राजनीतिक स्थिरता को लेकर नवीनतम सवाल खड़े हो गए हैं। यह घटना इमरान खान और उनके समर्थकों की सरकार पर बढ़ती नाखुशी और विपक्षी दलों के साथ उनकी सियासी रणनीतियों को भी उजागर करती है।