
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का यह कदम वैश्विक वाहन उद्योग के लिए एक बड़ा झटका बनकर सामने आया है, खासकर उन कंपनियों के लिए जो विदेशी बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। टाटा मोटर्स के लिए यह फैसला और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि कंपनी का प्रमुख ब्रांड, जगुआर लैंड रोवर, अमेरिका में अपनी उच्च गुणवत्ता वाली लक्जरी कारों के लिए लोकप्रिय है। 25% टैरिफ लगाने से इन वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी होगी, जिससे अमेरिकी ग्राहक इन कारों की खरीदारी पर पुनर्विचार कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, जगुआर लैंड रोवर की बिक्री में गिरावट आ सकती है, जो टाटा मोटर्स के लिए वित्तीय दृष्टिकोण से एक बड़ी चिंता का विषय बन सकता है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि यदि टाटा मोटर्स को अपने अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा बनाए रखनी है, तो उसे स्थानीय उत्पादन में निवेश करने पर विचार करना होगा, ताकि इस उच्च टैरिफ का प्रभाव कम किया जा सके। इस समय टाटा मोटर्स का ध्यान अमेरिका में अपनी स्थिति को मजबूत करने के बजाय, भारत और अन्य उभरते बाजारों में अपनी पकड़ को बनाए रखने पर होगा। इसके अलावा, टाटा मोटर्स को अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करने की आवश्यकता हो सकती है, ताकि वह भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से निपट सके।
इस टैरिफ फैसले का प्रभाव केवल टाटा मोटर्स तक सीमित नहीं है; कई अन्य वाहन निर्माता कंपनियां भी इसके प्रभाव में आ सकती हैं, जो अमेरिकी बाजार में अपनी कारों को निर्यात करती हैं। इसमें यूरोपीय और जापानी कार निर्माता भी शामिल हैं, जिन्हें इस फैसले से अपनी बिक्री में कमी का सामना करना पड़ सकता है।