
लखनऊ। उत्तर प्रदेश धार्मिक, आर्थिक और प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण हैं। यहां पर्यटन की अपार संभावनायें हैं। सरकार भी इसके लिए लगातार प्रयास कर रही है। यूपी की टूरिज्म पॉलिसी बहुत ही बेहतरीन है। इसी का नतीजा है कि दुनिया भर के टॉप ब्रांड आज अयोध्या में होटल बना रहे हैं। 2023 में करीब 48 करोड़ घरेलू पर्यटक यूपी में पहुंचे थे। इसी तहर हमें विदेशी पर्यटकों को भी यूपी में लाने के लिए काम करने की जरूरत है। इससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राजस्व में भी इजाफा होगा। यह कहना है उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह का। वह मंगलवार को गोमती नगर स्थित एक होटल में उत्तर प्रदेश सरकार और फिक्की की ओर से आयोजित यूपी ट्रेवल मार्ट-2024 के दौरान पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन स्थल की खासियत और पर्यटकों को मिलने वाली सुविधाओं व संभावनाओं की जानकारी यूपी ट्रेवल मार्ट के जरिये पूरी दुनिया में पहुंचाई जायेगी। मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कहीं के पर्यटन स्थल तब चर्चा में आते हैं, जब वहां से जुड़ी कहानियों की जानकारी लोगों को हो। इन्ही किस्से और कहानियों के जरिये समृद्धि और विकास संभव है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने में कानून व्यवस्था, सुविधा और कनेक्टिविटी का अहम योगदान होता है। इन तीनों मामलों में यूपी सबसे बेहतर है। हमें ऐसे व्यवस्था बनानी है जिससे विदेशी पर्यटकों को यूपी पंसद आये और इसके लिए जरूरी है ब्रान्डिंग और मार्केटिंग। ब्रांडिंग और मार्केटिंग अच्छी होगी तो घरेलू पर्यटकों की तरह विदेशी पर्यटकों का रुझान भी बढ़ेगा।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने मिलकर यूपी ट्रैवल मार्ट (यूपीटीएम) के छठे संस्करण का आयोजन 25 से 29 अप्रैल 2024 तक गोरखपुर में करने की घोषणा की है।
लखनऊ में आयोजित कर्टन रेजर में फिक्की और यूपी पर्यटन और उप-समिति के अध्यक्ष प्रतीक हीरा ने यूपी ट्रैवल मार्ट की जानकारी दी। कार्यक्रम में वाराणसी टूरिज्म गिल्ड के पूर्व अध्यक्ष राशिद खान, आगरा टूरिज्म गिल्ड के अध्यक्ष राजीव सक्सेना और उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव और महानिदेशक मुकेश मेश्राम ने भी संबोधित किया।