जैसे जैसे लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है. वैसे वैसे सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में जुट गए है. यूपी में इन सभी राजनीतिक दलों के केंद्र में है दलित. सभी पार्टियां दलितों को अपने पाले में लाने को लेकर रणनीति बना रही है. अब इसी क्रम में सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी दलितों को सधने के लिए रविवार को पार्टी कार्यालय पर अंबेडकर वाहिनी की एक बड़ी बैठक कर रहे है.
यूपी में दलित वोट जो कभी एकमुश्त बसपा के साथ जाया करता था. वह अब बसपा से छिटक चुका है. और अब इसी वोट बैंक को साधने के लिए यूपी के सभी दलों ने जोर आजमाइश शुरू कर दी है. कांग्रेस दलित गौरव यात्रा शुरू कर रही है तो वहीं बीजेपी ने दलित बस्तियों में जाकर इस वोट बैंक को षदने का कार्यक्रम बनाया हुआ है.
अब ये देखना दिलचस्प होगा की बसपा से अलग हुआ दलित वोट बैंक का बड़ा हिस्सा किस पार्टी के साथ जाता है. या फिर दलित फिर अपनी पुरानी पार्टी बसपा के साथ जाता है.