चोटिल होने के बावजूद मैक्सवेल ने विस्फोटक पारी खेली और छक्के-चौकों की बौछार कर दी। आईसीसी ने उनकी पारी का वीडियो शेयर किया है।
ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल ने मंगलवार को नाबाद 201 रन की पारी खेल अपनी टीम को अफगानिस्तान के खिलाफ बड़ी जीत दिलाई। इस खिलाड़ी ने चोटिल होने के बावजूद विस्फोटक पारी खेली और छक्के-चौकों की बौछार कर दी। आईसीसी ने उनकी पारी का वीडियो शेयर किया है। दरअसल, अफगानिस्तान के 292 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक वक्त ऑस्ट्रेलिया ने 91 रन बनाकर सात विकेट गंवा दिए थे।
इसके बाद मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में जो कुछ हुआ वह इतिहास बन गया। मैक्सवेल ने पैट कमिंस के साथ 170 गेंद में नाबाद 202 रन की साझेदारी निभाई और अपनी टीम को तीन विकेट से जीत दिला दी। मैक्सवेल 128 गेंद में 201 रन बनाकर नाबाद रहे। अपनी पारी में उन्होंने 21 चौके और 10 छक्के लगाए। उनका स्ट्राइक रेट 157.03 का रहा। उनके कुछ शॉट्स तो इतने सुंदर थे कि कमेंटेटर उसकी तारीफ किए बिना नहीं रह सके। वह वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले ऑस्ट्रेलिया के पहले और दुनिया के नौवें पुरुष क्रिकेटर बने।
मैक्सवेल ने अपने दम पर जिताया मैच
मैक्सवेल की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 46.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। इस ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने अकेले दम पर मैच जिताया और इसके बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। बल्लेबाजी के दौरान एक समय मैक्सवेल के पैर की नस भी खिंच गई थी। वह तड़पते हुए मैदान पर लेट गए थे। इसके बाद फीजियो दौड़ता हुआ आया और उनका इलाज किया। उनके पैर पर पेन किलर स्प्रे भी छिड़का।
इससे मैक्सवेल उठ खड़े हुए, लेकिन वह ठीक से चल नहीं पा रहे थे। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने इतने बेहतरीन स्ट्राइक किए कि गेंद सीमारेखा के पार ही जाकर रुकी। उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करने की जगह स्ट्राइक लेकर बाउंड्री लगाए। कुछ जरूर मौकों पर लंगड़ कर रन भी लिया। इस तरह वह अपनी टीम की जीत के हीरो बने। इसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें ‘सुपर मैक्सवेल’ कहा जा रहा है। कुछ फैंस तो यह भी कह रहे हैं कि मैक्सवेल इंसान नहीं महामानव हैं। आईसीसी ने उनके हर एक छक्के का वीडियो और पैट कमिंस के साथ उनकी साझेदारी का वीडियो जारी किया है।
आईसीसी ने मैक्सवेल की बैटिंग को ‘वन मैन शो’ करार दिया है। उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की, अफगानिस्तान के गेंदबाजों को बेदम कर दिया। जहां शुरू में अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी का दम निकाल दिया तो मैक्सवेल के आगे उनकी गेंदबाजी फीकी नजर आ रही थी। राशिद खान, मोहम्मद नबी, नूर अहमद और नवीन उल हक समेत तमाम गेंदबाजों पर मैक्सवेल ने चौके-छक्कों की बौछार की।
सोशल मीडिया पर आईं प्रतिक्रियाओं की बाढ़
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। फैंस मैक्सवेल की जमकर सराहना कर रहे हैं और कुछ लोगों का कहना है कि कभी भी खेल में हार नहीं माननी चाहिए। फैंस का कहना है क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और उन्होंने इस मैच में ऐसा देख भी लिया।
293 रन में से 201 रन अकेले मैक्सवेल के
मैक्सवेल की इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल के लिए भी क्वालिफाई कर लिया। उसके आठ मैचों में छह जीत और दो हार के साथ 12 अंक हैं। टीम का सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका से मुकाबला होगा। वहीं, भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें पहली ही क्वालिफाई कर चुकी हैं। चौथे स्थान के लिए न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच टक्कर है। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में पांच विकेट गंवाकर 291 रन बनाए थे।
इब्राहिम जादरान ने 143 गेंद में आठ चौके और तीन छक्के की मदद से नाबाद 129 रन की पारी खेली थी। वह अफगानिस्तान के लिए विश्व कप में छक्के लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने। वहीं, राशिद खान 18 गेंद में दो चौके और तीन छक्के की मदद से 35 रन बनाकर नाबाद रहे थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 46.5 ओवर में सात विकेट गंवाकर 293 रन बनाए। इसमें से 201 रन अकेले मैक्सवेल के थे।