ग्रीस में शासन के दौरान ब्रिटिश राजनयिक लॉर्ड एल्गिन ने 19वीं शताब्दी की शुरुआत में पार्थेनन मंदिर से हटाकर अपने देश ले आए। उसका यह दावा था कि वह इन मूर्तियों को परमिशन के तहत लेकर आया पर एल्गिन इस बात को सही नहीं साबित कर पाया जिस कारण ग्रीस और ब्रिटेन में आज भी इन मूर्तियों को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस की मुलाकात रद्द हो गई। दरअसल, दोनों नेताओं के बीच मुलाकात न होने के पीछे 2,500 साल पुरानी मूर्तियां हैं। यह मूर्तियां ब्रिटिश संग्रहालय में मौजूद है। ग्रीस लगातार उन मूर्तियों को ब्रिटेन से वापस लेने की मांग करता आया है। वहीं, ब्रिटेन ने मूर्तियों को न लौटाने की बात कही है।
मूर्तियों को लेकर क्या है विवाद?
दोनों देशों के बीच यह मुद्दा एक राजनयिक विवाद बन चुका है। ग्रीस में शासन के दौरान ब्रिटिश राजनयिक लॉर्ड एल्गिन ने 19वीं शताब्दी की शुरुआत में पार्थेनन मंदिर से हटाकर अपने देश ले आए।
उसका यह दावा था कि वह इन मूर्तियों को परमिशन के तहत लेकर आया पर एल्गिन इस बात को सही नहीं साबित कर पाया, जिस कारण ग्रीस और ब्रिटेन में आज भी इन मूर्तियों को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है।
मित्सोताकिस ने एक बयान में कहा, “मैं इस बात पर नाराजगी व्यक्त करता हूं कि ब्रिटिश पीएम ने हमारी नियोजित बैठक होने से कुछ घंटे पहले ही रद्द कर दी।” मुझे उम्मीद थी कि मैं अपने ब्रिटिश समकक्ष के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करते।”
मूर्तियों को एथेंस लाने की प्रयास में जुटा ग्रीस
बता दें कि ग्रीस की सरकार और ब्रिटिश संग्रहालय के अध्यक्ष जॉर्ज ओसबोर्न के बीच मूर्तियों की संभावित ऋण सौदे पर चर्चा हो रही है। ग्रीस इन मूर्तियों को एथेंस लाने का प्रयास करता आ रहा है।
वहीं, पीएम सुनक के एक प्रवक्ता ने कहा था कि मूर्तियां वापस करने की कोई योजना नहीं है।