सनातन धर्म में बुधवार के दिन भगवान गणेश और श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। साथ ही शुभ कार्यों में सफलता पाने हेतु व्रत भी रखा जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो आज शुभ कार्य करने हेतु अल्प मुहूर्त है। संध्याकाल में बव करण का निर्माण हो रहा है। इस समय में शुभ कार्य को नया आयाम दे सकते हैं। आइए, पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग और राहुकाल जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष माह की प्रतिपदा तिथि 14 दिसंबर को देर रात 03 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी। ज्योतिष शास्त्र में प्रतिपदा तिथि को रिक्त माना जाता है।
योग
ज्योतिषियों की मानें तो मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर बव करण का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 04 बजकर 09 मिनट से हो रहा है, जो अगले दिन यानी 14 दिसंबर को देर रात 03 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगा। इस योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-आरती करने से अमोघ और अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 17 बजकर 25 मिनट पर
चन्द्रोदय- सुबह 07 बजकर 26 मिनट पर
चंद्रास्त- संध्याकाल 05 बजकर 37 मिनट पर
पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त – 05 बजकर 15 मिनट से 06 बजकर 10 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 02 बजकर 40 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 23 मिनट से 05 बजकर 50 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल – दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से 01 बजकर 33 मिनट तक
गुलिक काल – सुबह 10 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 15 मिनट तक
दिशा शूल – उत्तर
ताराबल
अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुंभ