चीन और अमेरिका के रिश्तों बीते कुछ सालों से खराब चल रहे हैं। वहीं, कुछ दिनों पहले चीनी जासूसी गुब्बारा कांड और ताइवान को लेकर दोनों देशों आमने-सामने खड़े हो चुके थे। गौरतलब है कि नवंबर महीने में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में मुलाकात हुई थी।
इस मुलाकात के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि दोनों देशों के रिश्ते बेहतर बनेंगे लेकिन बैठक के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि ताइवान को चीन में शामिल किया जाएगा।
चीन के साथ ताइवान फिर जुड़ने वाला है: शी जिनपिंग
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चेतावनी दी कि ताइवान को चीन के साथ फिर से जोड़ने वाला है, हालांकि चीन यह कदम कब उठाने वाला है इसका समय तय नहीं हुआ है। यह खुलासा तीन वर्तमान और पूर्व अमेरिकी अधिकारियों ने किया है।
अमेरिकी सैन्य नेताओं ने भविष्यवाणी की है कि शी 2025 या 2027 में ताइवान पर कब्जा करने की योजना बना रहे हैं। वहीं, चीन ने इस भविष्यवाणी का खंडन किया है।
शी जिनपिंग के बयान से अमेरिका में मची खलबली
बता दें कि जब दोनों नेताओं की बैठक हुई थी तो शी जिनपिंग ने जो बाइडन से कहा कि थी चीन की प्राथमिकता ताइवान को शांति से लेना है, बलपूर्वक नहीं। बाइडन को शी जिनपिंग की चेतावनी के खुलासे पर अमेरिका में खलबली मचा दी है।