बैडमिंटन स्टार सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को मंगलवार (नौ जनवरी) को खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पुरस्कार दिया। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पहले बैडमिंटन में पुलेला गोपीचंद (2000–2001), साइना नेहवाल (2010) और पीवी सिंधू (2016) को यह पुरस्कार मिल चुका है। पैरा-बैडमिंटन में प्रमोद भगत और कृष्णा नागर को 2021 में खेल रत्न मिला था।
सात्विक और चिराग बैडमिंटन में पुरुष युगल में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस कैटेगरी में वह देश को कई पदक दिला चुके हैं। सात्विक और चिराग ने इस साल हांगझोऊ एशियाई खेलों में में देश के लिए स्वर्ण पदक जीता था। दोनों ने चीन के दबदबे को समाप्त किया था। भारत एशियाई खेलों में 1962 से बैडमिंटन स्पर्धा में हिस्सा ले रहा है। देश को पहली बार 2023 में पुरुष युगल में स्वर्ण पदक मिला। सरकार ने दोनों की उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना।
2022 राष्ट्रमंडल खेलों में जीता था स्वर्ण पदक
2020 में सात्विक और चिराग को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दोनों ने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में भी कमाल किया था और भारत को पुरुष युगल में पहली बार स्वर्ण पदक दिलाया था। राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन करने के बाद दोनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले थे। पीएम मोदी ने दोनों की जमकर तारीफ की थी। सात्विक और चिराग ने एक साथ खेलते हुए पुरुष युगल में 12 पदक जीते हैं। इनमें पांच स्वर्ण, तीन कांस्य और तीन रजत पदक शामिल हैं।
विश्व चैंपियनशिप में जीत चुके हैं कांस्य
सात्विक और चिराग ने 2022 में टोक्यो में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा यह जोड़ी 2022 में बैंकॉक में हुए थॉमस कप में भारतीय पुरुष टीम के साथ स्वर्ण पदक जीत चुकी है। दोनों ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में मिश्रित टीम प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण और पुरुष युगल में रजत पदक जीता था। वहीं, 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष युगल में इस जोड़ी ने स्वर्ण और मिक्स्ड टीम के साथ रजत पदक जीता था।
2022 हांगझोऊ एशियाई खेलों में पुरुष युगल में इस जोड़ी ने स्वर्ण और भारतीय पुरुष टीम के साथ रजत पदक जीता था। इसके अलावा इस साल दोनों दुबई एशियन चैंपियनशिप में पुरुष युगल में स्वर्ण भी जीत चुके हैं। 2016 में हैदराबाद एशिया टीम चैंपियनशिप और 2010 में मनिला एशिया टीम चैंपियनशिप में भारतीय पुरुष टीम के साथ दोनों ने कांस्य पदक अपने नाम किया था।