अगर आप सीनियर सिटीजन में आते हैं तो आपको FD में इंवेस्ट करने के बारे में सोचना चाहिए, क्योंकि इसमें आपको फिक्स्ड और रैगुलर इंट्रेस्ट मिलता रहता है। बहुत से ऐसे बैंक है, जो सीनियर सिटीजन को बेहतर सेविंग का विकल्प देते हुए 7.75% तक का ब्याज मिलता है।
इन बैंको लिस्ट में बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जैसे पब्लिक और प्राइवेट बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीन साल की एफडी पर सबसे ज्यादा इंट्रेस्ट रेट देते हैं। आइये इसके इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ये हैं ब्याज दर
- ये सभी बैंक 60 वर्ष से अधिक आयु के निवासी भारतीयों को सबसे ज्यादा ब्याज रेट देते है। इसके रिटेल और 1 करोड़ रुपये से कम की 3-वर्षीय एफडी शामिल हैं।
- इस मूल्य की गणना ब्याज की त्रैमासिक चक्रवृद्धि के आधार पर की जाती है। कुछ सरकारी बैंक सुपर वरिष्ठ नागरिकों (80 वर्ष और उससे अधिक) को ब्याज दरों की पेशकश करते हैं। यहां हम उस बैंको के बारे में बता रहे हैं, जो बेहतर इंट्रेस्ट रेट देते हैं।
ऐक्सिस बैंक
एक्सिस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.60 प्रतिशत की ब्याज दर देता है। यानी कि अभी निवेश की गई 1 लाख रुपये की रकम तीन साल में बढ़कर 1.25 लाख रुपये हो जाएगी।
बैंक ऑफ बड़ौदा
- वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा की बात करें तो तीन साल की एफडी पर 7.75 प्रतिशत की ब्याज दर देता है।
- यह वरिष्ठ नागरिकों को सबसे अधिक ब्याज दर देता है। यानी कि अभी निवेश की गई 1 लाख रुपये की रकम तीन साल में बढ़कर 1.26 लाख रुपये हो जाएगी।
HDFC बैंक
- HDFC बैंक, ICICI बैंक और पंजाब नेशनल बैंक तीन साल की एफडी पर 7.50 प्रतिशत की ब्याज दर देते हैं।
- इससे अभी निवेश की गई 1 लाख रुपये की रकम तीन साल में बढ़कर 1.25 लाख रुपये हो जाएगी।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI) वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.25 प्रतिशत की ब्याज दर देता है।
- यानी कि अभी निवेश की गई 1 लाख रुपये की राशि तीन साल में बढ़कर 1.24 लाख रुपये हो जाएगी।
बैंक ऑफ इंडिया
- बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया तीन साल की एफडी पर 7 प्रतिशत की ब्याज दर की पेशकश करते हैं।
- अभी निवेश की गई 1 लाख रुपये की रकम तीन साल में बढ़कर 1.23 लाख रुपये हो जाएगी।
केनरा बैंक
- केनरा बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.30 फीसदी ब्याज देता है।
- इस बैंक के साथ अभी निवेश की गई 1 लाख रुपये की राशि तीन साल में बढ़कर 1.24 लाख रुपये हो जाएगी।