अमेरिका ने हाल ही में जॉर्डन में अपने सैन्य बेस पर हुए हमले का बदला ले लिया है। अमेरिकी सेना ने जॉर्डन हमले का जवाब देते हुए इराक और सीरिया में 85 से अधिक ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इस कार्रवाई में मिलिशिया समूह के छह लड़ाके मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
अमेरिका ने लिया जॉर्डन हमले का बदला
समाचार एजेसी पीटीआई के मुताबिक, अमेरिका ने जॉर्डन हमले का बदला लेने के लिए इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के 85 से अधिक ठिकानों पर हमले किए।
यूएस सेंट्रल कमांड के अनुसार, स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे सेना ने मिलिशिया और रिवोल्यूशनरी गार्ड समूहों के खिलाफ इराक और सीरिया में हवाई हमले किए।
ये ठिकाने हुए तबाह
अमेरिकी सैन्य बलों ने 85 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया। इस हमले में अमेरिका से भेजे गए लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों सहित कई विमान शामिल थे। यूएस सेंट्रल कमांड ने बताया कि जिन ठिकानों पर हमला किया गया। उनमें कमान और नियंत्रण संचालन केंद्र, खुफिया केंद्र, रॉकेट और मिसाइल और मानव रहित हवाई वाहन भंडारण, मिलिशिया समूहों और उनके आईआरजीसी प्रायोजकों की रसद और गोला-बारूद आपूर्ति श्रृंखला केंद्र शामिल हैं।
एयर स्ट्राइक पर जो बाइडन ने दी प्रतिक्रिया
अमेरिका द्वारा शुक्रवार को हमले किए जाने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि यह को सिर्फ शुरुआत है, इसके बाद और भी हमले होंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका पश्चिम एशिया या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, वे यह जान लें। अगर आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे तो हम जवाब देंगे।
राष्ट्रपति ने पहले ही दी थी चेतावनी
इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी दी थी कि अमेरिका मिलिशिया समूहों पर जवाबी हमला करेगा और उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह केवल एक हमला नहीं बल्कि समय के साथ की जाने वाली कई स्तर की प्रतिक्रिया होगी।