रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में आस्था का कुंभ लगा हुआ है। पिछले 13 दिनों में रामलला के दरबार में 27 लाख से अधिक श्रद्धालु हाजिरी लगा चुके हैं। भक्तों का हुजूम रविवार को भी उमड़ा। छुट्टी का आनंद उठाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु रविवार को अयोध्या पहुंचे। मौसम खराब था, बारिश व बूंदा-बांदी के बाद फैली अव्यवस्थाएं भी इनका मार्ग नहीं रोक सकीं। रविवार को दो लाख भक्तों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई।
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में उत्सव जैसा माहौल है। हर दिन यहां मेले जैसा दृश्य है। रामलला के दरबार में भक्तों की कतार टूटने का नाम नहीं ले रही है। अधिक से अधिक भक्त रामलला के दर्शन कर सकें इसलिए राम मंदिर रोजाना 15 घंटे खोला जा रहा है। सुबह 6:30 बजे से शुरू होने वाले दर्शन का सिलसिला रात दस बजे शयन आरती के बाद ही रूकता है। रविवार को छुट्टी के चलते बड़ी संख्या में भक्त अयोध्या पहुंचे। हालांकि सुबह से ही रूक-रूक कर हो रही बारिश भक्तों के धैर्य की परीक्षा लेती रही, लेकिन आस्था के आगे समस्त दुश्वारियां बौनी साबित होती दिखीं।
बारिश के चलते रामपथ, जन्मभूमि पथ व भक्तिपथ पर कई जगह जलभराव की भी स्थिति बन गई। बावजूद इसके श्रद्धालु रामलला के दर्शन को लालायित दिखे। हनुमानगढ़ी में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। यहां करीब 500 मीटर की लंबी लाइन लगी रही। भक्ति का आलम यह था कि बारिश में श्रद्धालु भीग रहे थे, ठिठुर रहे थे लेकिन दर्शन की ललक कम होने का नाम नहीं ले रही थी। हनुमानगढ़ी में उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अधिकारी भी डटे रहे।
दर्शन के लिए पहुंचे सिद्धि विनायक मंदिर के ट्रस्टी
रामलला के दर्शन करने के लिए सिद्धि विनायक मंदिर के ट्रस्टी राजा राम देशमुख अयोध्या पहुंचे। वह विमान से महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे। रविवार को 11 फ्लाइटें एयरपोर्ट पर पहुंची।
एयरपोर्ट पर बसपा नेता करुणाकर पांडेय, संत मामा दास, आशीष पांडेय सहित अन्य लोगों ने ट्रस्टी राजाराम देशमुख का स्वागत किया। इसके बाद वह अयोध्या पहुंचे। देशमुख ने बताया कि रविवार को बारिश के चलते उन्होंने दर्शन-पूजन नहीं किया है। सोमवार को दर्शन-पूजन के साथ अयोध्या भ्रमण करेंगे। रविवार को दिल्ली से तीन, मुंबई से दो विमान, जयपुर, दरभंगा, पटना, बंगलुरू, चेन्नई व अहमदाबाद से एक-एक विमान यहां उतरे।