प्रदेश में गर्मी के साथ ही बिजली की मांग अब रिकॉर्ड 5.5 करोड़ के करीब पहुंच गई है। मैदानी जिलों में गर्मी के बीच कटौती से लोग परेशान रहे। हालांकि, यूपीसीएल का दावा है कि अभी कहीं शेड्यूल पावरकट नहीं किया जा रहा है।
राज्य में इस बार मई के महीने में ही बिजली की मांग नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ रही है। शुक्रवार को मांग का आंकड़ा 5.4 करोड़ यूनिट से ऊपर पहुंच गया। इसके सापेक्ष बिजली की उपलब्धता चार करोड़ यूनिट तक ही है। यूपीसीएल बाकी बाजार से खरीद रहा है।
बिजली आपूर्ति करने में मुश्किल
किल्लत के बीच शुक्रवार को हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंह नगर के ग्रामीण इलाकों में तीन से चार घंटे तक कटौती की गई। छोटे कस्बों में भी करीब दो घंटे की कटौती हुई। गर्मी में कटौती से लोग परेशान हो गए। हालांकि, यूपीसीएल प्रबंधन का कहना है कि कहीं भी शेड्यूल रोस्टिंग नहीं की जा रही है। स्थानीय स्तर पर फॉल्ट आने की स्थिति में ही कटौती हुई होगी। यूपीसीएल के लिए गर्मी के इस सीजन में बिजली आपूर्ति करने में भारी मुसीबत हो रही है।
ऑफ पीक ऑवर में तो बिजली करीब साढ़े चार रुपये यूनिट के दाम पर मिल रही है, लेकिन पीक ऑवर में बाजार में बिजली के दाम 12 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गए हैं। इतने दामों पर बिजली खरीदकर इसके आधे से भी कम पर आपूर्ति करना खासा घाटे का सौदा साबित हो रहा है।