राममंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार को समाप्त हुई। बैठक में तय हुआ है कि राममंदिर की तर्ज पर ही राममंदिर परिसर में शेषावतार मंदिर का निर्माण किया जाएगा। इसकी डिजाइन व ड्राइंग आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा बनाएंगे। सोमपुरा ने ही राममंदिर का आर्किटेक्ट बनाया है। साथ ही परिसर में ट्रस्ट का एक और कार्यालय व 500 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम बनाने पर भी सहमति बनी है। दूसरे दिन की बैठक से पहले नृपेंद्र मिश्र ने परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया।
बैठक के बाद राममंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र ने बताया कि बैठक से पहले नृपेंद्र मिश्र ने रामजन्मभूमि परिसर में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया है। सप्तमंडपम निर्माण के लिए नींव खोदाई का काम पूरा हो चुका है। शेषावतार मंदिर की डिजाइन व ड्राइंग तैयार करने की जिम्मेदारी आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा को दी गई है। राममंदिर की तरह ही इस मंदिर का भी स्वरूप होगा। जल्द ही शेषावतार मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।
साथ ही तीर्थयात्री सुविधा केंद्र के शेष काम को दो महीने में पूरा करने का निर्देश दिया गया है। अगस्त में इसे एलएंडटी को हैंडओवर करने की योजना है। परकोटा निर्माण कार्य की गति बढ़ाने का भी निर्देश नृपेंद्र मिश्र ने दिया है। परकोटा निर्माण की समय सीमा मार्च 2025 तय की गई है। बैठक में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव, राममंदिर के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा सहित टाटा व एलएंडटी के इंजीनियर मौजूद रहे।
राममंदिर परिसर में अस्पताल खोलेगा अपोलो
अपोलो हॉस्पिटल्स रामजन्मभूमि परिसर में एक उच्चतम श्रेणी का अस्पताल खोलने जा रहा है। इसको लेकर शनिवार को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ अस्पताल ने एक अनुबंध किया है। यह अस्पताल परिसर स्थित तीर्थयात्री सुविधा केंद्र में संचालित होगा। अगले दो महीने के भीतर अस्पताल का संचालन शुरू करने की तैयारी है। इस अस्पताल में बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा से लेकर दिल के दौरे (हार्ट अटैक) और ब्रेन स्ट्रोक समेत इमरजेंसी की बेहतरीन सेवा मिलेगी। राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र व राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, अपोलो हॉस्पिटल्स लखनऊ के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. मयंक सोमानी की मौजूदगी में यह अनुबंध हुआ है।