कोलकाता: भाजपा की प्रदेश महासचिव अग्निमित्रा पाल को खड़गपुर शहर में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान नियमों की अनदेखी करने के एक मामले में जमानत मिल गई है। इसी साल रामनवमी की पूर्व संध्या पर थाने के सामने प्रदर्शन किया गया था और रामनवमी अखाड़ा को लेकर सड़क को जाम कर दिया गया था। खड़गपुर टाउन थाने की पुलिस ने रामनवमी अखाड़ा को रोकने का निर्देश दिया था जिसके खिलाफ अग्निमित्रा पाल सहित भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने विरोध में सड़क जाम कर दिया था। उसी मामले में शुक्रवार सुबह अग्निमित्रा खड़गपुर महकमा अदालत में पेश हुईं। जज ने उन्हें जमानत दे दी है।
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जमानत पर बाहर आकर उन्होंने कहा, ””ममता सरकार सिर्फ केस देना जानती है। इनका मकसद पुलिस के जरिए भाजपा नेताओं को डराना है लेकिन वे इसमें सफल नहीं होंगे। उन्होंने दावा किया कि 2026 में प्रदेश में भाजपा की सरकार आएगी।” उल्लेखनीय है कि अग्निमित्रा पाल मेदिनीपुर लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार थीं। सड़क जाम करने के आरोप में उनके साथ 16 लोगों के खिलाफ पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर मामला दर्ज किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता की धारा 342, 353, 186, 506 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।