भारतीय नौसेना का स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास रिम ऑफ द पैसिफिक (रिमपैक) के 29वें संस्करण में भाग लेने पर्ल हार्बर पहुंचा। इसका आयोजन हवाई में हो रहा है।
भारतीय नौसेना ने इसे भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती को और मजबूती देने का एक और उदाहरण करार दिया। उन्होंने कहा कि अभ्यास का बंदरगाह चरण सात जुलाई तक चलेगा। रिमपैक का समुद्री चरण तीन उप-चरणों में विभाजित किया गया है, जिसमें विभिन्न अभ्यास शामिल हैं। यह अभ्यास एक अगस्त तक चलेगा।
सेनाएं युद्ध लड़ने की क्षमताओं को लेकर अभ्यास करेंगी
अमेरिकी प्रशांत फ्लीट के कमांडर द्वारा आयोजित अभ्यास में भाग लेने वाली सेनाएं आपदा राहत से लेकर समुद्री सुरक्षा अभियानों और जटिल युद्ध लड़ने की क्षमताओं को लेकर अभ्यास करेंगी। रिम ऑफ द पैसिफिक पिछले कुछ वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा और प्रमुख संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण अवसर बन गया है। इसका उद्देश्य संबंध बनाना, अंतरसंचालनीयता और दक्षता को बढ़ाना और अंतत: शांति और स्थिरता में योगदान करना है।
ये देश लेंगे युद्धाभ्यास में भाग
भाग लेने वाले देशों में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, ब्रुनेई, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, इक्वाडोर, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इजरायल, इटली, जापान, मलेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पेरू, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, टोंगा, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं।