भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका को तीसरे व अंतिम टी20 इंटरनेशनल मैच में एकतरफा अंदाज में 10 विकेट से पटखनी दी। इसी के साथ भारतीय टीम ने अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया। हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने तीसरा टी20 इंटरनेशनल मैच 10 विकेट से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की।
चेन्नई में खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की और पूरी टीम 17.1 ओवर में 84 रन पर ढेर हो गई। जवाब में भारत ने 10.5 ओवर में बिना विकेट गंवाएं लक्ष्य हासिल किया। याद दिला दें कि दक्षिण अफ्रीका ने तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में 12 रन से जीत दर्ज की थी। इसके बाद दूसरा टी20 इंटरनेशनल मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। भारत ने तीसरा मुकाबला जीतकर सीरीज अपने हाथ से फिसलने नहीं दी।
भारतीय टीम का कमाल
भारतीय टीम ने टी20 इंटरनेशनल सीरीज 1-1 से बराबर करके इतिहास रच दिया। यह पहला मौका है जब भारत ने एक दौरे पर किसी भी प्रारूप में सीरीज नहीं गंवाई हो, यानी वह पूरे दौरे पर अजेय रही हो। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पूर्ण दौरा खेला गया था, जिसमें तीन मैचों की वनडे सीरीज, एकमात्र टेस्ट और तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज शामिल रही।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका का वनडे सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। इसके बाद भारत ने टेस्ट में भी धमाकेदार प्रदर्शन किया और प्रोटियाज टीम को मात दी। इसके बाद भारतीय टीम ने टी20 इंटरनेशनल सीरीज 1-1 से बराबर की और पहली बार ये कारनामा करते हुए रिकॉर्ड अपने नाम किया।
पूजा वस्त्राकर का धमाका
भारतीय टीम को तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में जीत दिलाने में प्रमुख भूमिका तेज गेंदबाज ऑलराउंडर पूजा वस्त्राकर ने निभाई। पूजा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे मुकाबले में 3.1 ओवर में केवल 13 रन देकर चार विकेट लिए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किसी भारतीय महिला गेंदबाज का यह सर्वश्रेष्ठ टी20 इंटरनेशनल गेंदबाजी प्रदर्शन है। पूजा वस्त्राकर को प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।