रांची: राजधानी रांची के चार जोन को 17 रूट में बांटने के विरोध में दूसरे दिन बुधवार को भी लगभग 10000 से अधिक ऑटो ड्राइवर और 2500 ई-रिक्शा चालक हड़ताल पर रहे। ऑटो और ई रिक्शा के हड़ताल पर चले जाने से लोगों और छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं निजी कंपनियों के टैक्सी, रिक्शा, रैपीडो बाइक और अन्य सार्वजनिक वाहन चालक लोगों से मनमाना भाड़ा वसूलते दिखे गए। हालांकि शहर में एक दो ऑटो और ई रिक्शा लुक छुप के चलाते दिखे। साथ ही ऑटो चालक बाइक, ऑटो और ई रिक्शा से घूम घूम कर शहर के सभी चौक चौराहों पर नारेबाजी करते हुए बंद काे सफल बनाने के लिए ऑटो चालकों को हिदायत दे रहे थे।
Also read this: सुप्रीम कोर्ट की मनी लॉन्ड्रिंग केस पर अहम टिप्पणी-‘जमानत नियम और जेल अपवाद’
इस संबंध में झारखंड प्रदेश सीएनजी ऑटो चालक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सोनी ने बुधवार को बताया कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तब तक ऑटो चालक हड़ताल पर रहेंगे। उनकी प्रमुख मांगों में 4 जोन को 17 रूट में बांटने की जगह पूर्व का नियम लागू करने, 3000 ई रिक्शा को सिटी पास देने, 3000 के अलावा बचे ई रिक्शा को रूट पास देने, पांच जगह पर लगने वाले टैक्स को बंद कर ग्लोबल टेंडर निकालने, खाकी के बजाय ब्लू वर्दी यह दोनों वर्दी पहनने की इजाजत देने सहित अन्य मांग शामिल है।
उल्लेखनीय है कि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर एस एन राम ने आंदोलन कर रहे ऑटो चालकों के प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार शाम को बुलाया था। ऑटो चालकों की मांगों पर विचार करने और लागू करने के लिए एक माह का समय मांगा। लेकिन प्रतिनिधिमंडल ने इसे नकार दिया था।