इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और संघीय राजधानी इस्लामाबाद के कई हिस्सों में आज दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.7 तीव्रता मापी गई। पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि देश में यह भू-गर्भीय हलचल दोपहर 12ः28 बजे महसूस हुई।
जियो न्यूज की खबर में मौसम विज्ञान विभाग के हवाले से कहा गया है कि भूकंप का केंद्र पंजाब प्रांत के दक्षिण पश्चिम में डेरा गाजी खान क्षेत्र के पास 10 किलोमीटर की गहराई में था। जियो न्यूज के अनुसार हालांकि संयुक्त राज्य भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा है कि भूकंप की तीव्रता 5.4 दर्ज की गई। इससे भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान प्रभावित हुए। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के इस्लामाबाद, लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद, मियांवाली, भक्कर, कमालिया, खानेवाल, भलवाल, चिनियट, हफीजाबाद, टोबा टेक सिंह, गुजरात, सरगोधा और झांग में भूकंप के झटके महसूस किए गए। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर, स्वात, उत्तरी वजीरिस्तान, डीआई खान, लक्की मारवत, बुनेर, शांगला और चित्राल आदि में भी भूकंप का प्रभाव देखा गया।
इससे पहले 29 अगस्त को इस्लामाबाद, रावलपिंडी और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ हिस्सों में 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था। जियो न्यूज ने साफ किया है कि पाकिस्तान में भू-गर्भीय हलचल (भूकंप) असामान्य नहीं है। मुल्क भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा पर स्थित है। दक्षिण एशिया के बड़े हिस्से में भारतीय प्लेट के रूप में जानी जाने वाली एक टेक्टोनिक प्लेट उत्तर की ओर यूरेशियन प्लेट की ओर बढ़ रही है। इससे भू-गर्भीय हलचल होती रहती है।
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भूकंप का केंद्र और तीव्रता का मतलब
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भू-गर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती है, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में झटका तेज होता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।
ऐसे मापी जाती तीव्रता
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपी सेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।