दिल्ली-एनसीआर में ड्रग्स का नेटवर्क तैयार करने वाले दो नाइजीरियाई नागरिक और उनके कैब चालक को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करीब 3.3 करोड़ रुपये मूल्य की 563 ग्राम कोकीन के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान विनित, जोशुआ अमरचुक्वा और कोने एन गोलो सेयडू उर्फ माइक के रूप में हुई है। पुलिस आरोपितों के दिल्ली-एनसीआर नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंस्पेक्टर रामपाल के निर्देशन में पुलिस टीम ने जोशुआ अमरचुकवा को उसके ड्राइवर विनीत के साथ एक टैक्सी में पकड़ा था। जोशुआ अमरचुकवा की तलाशी के दौरान उसके कब्जे से 257 ग्राम कोकीन बरामद की गई। पूछताछ में पता चला कि माइक नामक एक नाइजीरियाई नागरिक ने उसे बरामद कोकीन की आपूर्ति की थी और वह इसे दिल्ली-एनसीआर में अपने ग्राहकों को बेचता था। आरोपित विनीत उसका स्थायी ड्राइवर है जो हर सौदे में उसके साथ रहता है और उसकी कैब में परिवहन सुविधा प्रदान करके उसकी सहायता करता है, क्योंकि पुलिस को कैब ड्राइवरों पर शक नहीं हो सकता था। उपरोक्त मामला पीएस क्राइम ब्रांच में दर्ज किया गया और उपरोक्त दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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आरोपित जोशुआ अमरचुक्वा की निशानदेही पर नाइजीरियाई कोने एन गोलो सेयदौ उर्फ माइक को भी उसके ठिकाने पर छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से 306 ग्राम कोकीन बरामद की गयी। आरोपित जोशुआ अमरचुक्वा 2021 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था और तब से सनलाइट कॉलोनी, आश्रम इलाके में रह रहा है। आसानी से पैसे कमाने के लिए वह विकासपुरी में एक नाइजीरियाई किचन में एक नाइजीरियाई लड़के माइक के संपर्क में आया।
माइक ने उससे वादा किया कि अगर वह उसके लिए काम करेगा तो वह आर्थिक मदद करेगा। इसके बाद माइक उसे मांग के अनुसार सामान की आपूर्ति करने के लिए ग्राहकों के फोन नंबर भेजता था। माइक उसे ड्रग की हर आपूर्ति पर हजार रुपये देता था। कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात विनीत नामक उबर कैब के मालिक से हुई। जबकि आरोपित कोने एन गोलो सेयडू उर्फ माइक बिजनेस वीजा पर भारत आया था। वह दो महीने पहले नाइजीरिया से आया था। उस समय वह अपने साथ 02 किलोग्राम कोकीन लाया था।