बारासात: पिछले साल तक दुर्गापूजा के दौरान घर में काफी भीड़ होती थी लेकिन इस बार सबकुछ बदल गया है, घर में पूजा नहीं होगी। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई दुष्कर्म और हत्याकांड पीड़िता के माता-पिता इस बार पूजा के दौरान अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग के साथ सत्याग्रह करेंगे। षष्ठी से दशमी तक पीड़िता के माता-पिता धरने पर बैठेंगे। इसमें उनके अन्य रिश्तेदार भी शामिल होंगे।
पीड़िता के पिता ने कहा कि पूजा के दौरान हम घर पर खुश रहते थे। घर पर पूजा होती थी, लोगों के आने से भीड़ के साथ रौनक भी होती थी। इस बार अपने आंगन में ही हम धरना मंच बना रहे हैं। षष्ठी से दसवीं तक हम परिवार के लोग धरने पर बैठेंगे। हमने किसी को आमंत्रण नहीं दिया। अगर कोई आना चाहे तो आ सकता है। लेकिन मंच पर नहीं, वहां बैठने के लिए नीचे जगह होगी क्योंकि हम कोई राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते।
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उल्लेखनीय है कि गत अगस्त के पूर्वार्द्ध में अभया का क्षत-विक्षत शव आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल से बरामद किया गया था। तब से, जूनियर डॉक्टर न्याय और सुरक्षा के लिए आंदोलन में कर रहे हैं। पहले चरण में 41 दिनों के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ले ली थी। इसके बाद पिछले महीने के अंत में सागर दत्त मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दंगा हुआ था। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद जूनियर डॉक्टर दूसरे दौर की हड़ताल शुरू की लेकिन गत शुक्रवार रात वे काम पर लौट आए। हालांकि, राज्य सरकार द्वारा तय समय सीमा के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने के कारण जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार रात से भूख हड़ताल कर दी है।