कोरोना के बढ़ते मामलों पर कर्नाटक सरकार का नया आदेश, सिर्फ गंभीर बीमारी वाले मरीज ही अस्पताल में होंगे भर्ती
कर्नाटक सरकार ने शनिवार को राज्य में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए नया आदेश जारी किया है, जिसमें केवल गंभीर बीमारी वाले मरीज ही अगले दो सप्ताह तक अस्पतालों का दौरा कर सकते हैं. सरकार ने हल्की बीमारी वाले अन्य सभी मरीजों को अस्पतालों का दौरा नहीं करने की अपील की है.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार की ओर से अधिसूचना जारी की गई है. इसमें कहा गया है कि निजी अस्पताल भीड़ को रोकने और कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए इसी तरह के कदम उठाएं. कर्नाटक में शनिवार को कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर वृद्धि देखी गई और 32,793 लोग संक्रमित पाए गए.
इस दौरान 7 लोगों ने इस बीमारी की वजह से अपनी जान भी गंवा दी. सात मौतों में से पांच बेंगलुरु अर्बन से और एक-एक चिक्काबल्लापुरा और मैसूरु से है. 32,793 नए मामलों के साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 31,86,040 हो गई है. इनमें से 38,418 लोगों की मौत हुई है. शनिवार को नए मामलों में से, 22,284 बेंगलुरु शहरी से थे, जहां 2,479 लोगों को छुट्टी दे दी गई.
राज्य में जरूरी दवाएं हुईं कम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना के मामलों में तेज उछाल का सामना कर रहे कर्नाटक में संक्रमण के इलाज के लिए जरूरी दो दवाएं भी कम हो गई हैं. कर्नाटक के स्टॉक में फिलहाल डेक्समेथासोन के 11 लाख और पोसाकोनाजोल के 10,000 टीके होने चाहिए, लेकिन राज्य के पास अभी इनके क्रमश: 50,000 और 1,200 टीके ही उपलब्ध हैं.
बेंगलुरु में पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत तक पहुंची
स्वास्थ्य विभाग की बुलेटिन के मुताबिक, राज्य में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 169850 हो गई है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुधाकर ने बताया कि राज्य में पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी है. उन्होंने कहा है कि राज्य में तीसरी लहर के दौरान 3 दिनों में कोविड के मामले दोगुने हो गए हैं, जो पहली दो लहरों की तुलना में बहुत तेज है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत तक पहुंच गई है.