सीएम भगवंत मान के निर्देश पर बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया तेज : जिम्पा
मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के बाद बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा बांटने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी नियमों के तहत राहत राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान चाहते थे कि विभिन्न श्रेणियों के तहत राहत राशि बढ़ाई जाए, लेकिन केंद्र सरकार से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद अब राज्य ने जिला स्तर पर राहत राशि वितरित करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
जिम्पा ने बताया कि फसल नुकसान की पूरी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है, लेकिन जिन जिलों में गिरदावरी रिपोर्ट फाइनल हो गई है, वहां राहत राशि बांटी जा रही है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने 21 अगस्त को फसल क्षति मुआवजे के लिए 16 जिलों को 186.12 करोड़ रुपये की राशि जारी की थी, जिसमें से लगभग रु. 6. 30 अगस्त तक 79 करोड़ बांटे जा चुके थे।
जिम्पा ने कहा कि यह पहली बार है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने रुपये का मुआवजा दिया है। क्षतिग्रस्त धान की पौध के लिए प्रति एकड़ 6800 रुपये दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि बाढ़ के दौरान राज्य में 68 लोगों की जान गयी, जिनमें से 62 लोगों के परिजनों को प्रति व्यक्ति 4 लाख रुपये की सहायता राशि दी गयी है।
इसी प्रकार, विभिन्न जिलों से 545 मकानों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई, जिनमें से 306 मकान स्वामियों को 2-4 लाख रूपये की मुआवजा राशि प्राप्त हुई। 1.20 लाख प्रति घर। इसी प्रकार आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त 3752 मकानों में से 2514 मकान मालिकों को मुआवजा राशि दी जा चुकी है।
जिम्पा ने कहा कि पशुधन की क्षति के लिए मुआवजा राशि भी दी जा रही है. बाढ़ के कारण राज्य में कुल 155 भैंसों और गायों के मरने की सूचना है, जिनमें से 99 पशुओं को 37,500 रुपये प्रति पशु की दर से मुआवजा दिया गया है। इसी प्रकार 14821 कुक्कुट पशुओं में से 14520 को उचित मुआवजा दिया गया है।