
लखनऊ : बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधन से वार्ता विफल रहने पर नैनीताल बैंक के अधिकारी-कर्मचारी शनिवार से एक दिवसीय हड़ताल करेंगे। इस दौरान शाखाओं में किसी भी तरह का कोई काम नहीं होगा और ग्राहक सेवाएं बाधित रहेंगी।
नैनीताल बैंक कर्मचारी यूनियन की सहायक महासचिव निशा कामथ ने बताया कि नैनीताल बैंक की स्थापना 1922 में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत ने की थी। 1973 में इस बैंक के संचालन की जिम्मेदारी बैंक ऑफ बड़ौदा को सौंपी गई। बैंक में अपनी हिस्सेदारी 98.57 फीसदी तक बढ़ाकर बैंक ऑफ बड़ौदा ने 2016 मर्जर की प्रक्रिया चलाई।
लेकिन, दिसंबर 2022 में बैंक ऑफ बड़ौदा की बोर्ड बैठक में नैनीताल बैंक में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर अंतिम मुहर लगा दी गई। नैनीताल बैंक अधिकारी संघ ने इसका विरोध किया। बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधन से कई चरणों में वार्ता हुई। 12 जून को हुई वार्ता विफल होने पर अधिकारी-कर्मचारी संघ ने हड़ताल पर जाने का एलान किया।