
लखनऊ: मुक़दमे को वापस लेने के लिए युवती को पहले तो अगवा किया फिर यातनाये दी। इतना ही नहीं युवती को मोमबत्ती से दाग दिया और सादे कागज पर दस्तखत करवाने का प्रयास किया। पुलिस ने इस मामले में सात लोगो पर एफआईआर दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। लखनऊ के इंदिरानगर की रहने वाली युवती को बीते बृहस्पतिवार को अगवा कर लिया गया था। अगवा करने के बाद उसे एक सुनसान कमरे में ले जाकर यातनाये दी गयी। शरीर पर मोमबती से जलाया गया और सादे कागज पर दस्तखत करा लिए गए। जिसके बाद उसे बदहवास अवस्था में कुकरैल के जंगल के पास फेंक दिया गया।
इस मामले में युवती ने गाजीपुर थाने में तीन नामजद सहित सात लोगो पर एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि एक पुराने केस को वापस कराने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया। युवती इंदिरानगर के सेक्टर-८ में रहती है २२ जून की दोपहर करीब ३:३० बजे मड़ियाव जाने के लिए ऑटो का इंतजार कर रही थी।
तभी एक अनजान युवक पुराने मुक़दमे को वापस लेने के लिए बात करने लगा। उसके विरोध करने पर युवक ने उसे नशीला इंजेक्स्शन लगा कर बेहोश कर दिया। होश आने पर युवती की जब आँखे खुली तो वह एक कमरे में बंद थी। उसके हाँथ-पैर बंधे थे। कुछ देर बाद कमरे में एक आदमी आया उसने सादे कागज पर दस्तखत करवाने की कोशिश की। जब युवती ने इसका विरोध किया तो उसकी पिटाई कर दी। उसी बीच उस आदमी के पास एक कॉल आया और वह बहार चला गया। उसने सिर्फ इतना सुना कि वह कॉल पर जिससे बात कर रहा था उससे कह रहा था कि विनय भाई आप चिंता न करे मैं सब संभल लूंगा। और फिर कुछ देर बाद दो लोग आये और उसको पीटना शुरू कर दिया।
मोमबत्ती से शरीर कर कई जघा जलाया
युवती ने बताया कि उन दोनों युवको में से एक ने उसका हाँथ पकड़ा था और दूसरे ने मोमबत्ती जला कर हाँथ पर जलाने का प्रयास किया। और फिर जबरदस्ती नींद की गोली खिला दी। दूसरे दिन फिर कागज पर दस्तखत करने का दबाव बनाया गया। विरोध करने पर युवती के कपडे उतार दिए गए और उसके शरीर पर नुकीले हथियार से कई जगह वार किया गया। इसके बाद दोबारा उसे नींद की गोलियां खिला दीं गयी । आरोप ये भी है कि इस दौरान उसके साथ अश्लील हरकतें की गईं। उसके निजी अंगों पर घाव पहुंचाया गया और मोमबत्ती से जलाया गया। इसके बाद आरोपियों ने बेहोशी की हालत में उससे सादे कागज पर दस्तखत करा लिए। रात में होश आने पर उसे बाल पकड़ कर खींचा गया और उसके सिर को दीवार से टकराया गया।
रात में कुकरैल के जंगल में फेंका
युवती ने बताया कि उसी धमकी देकर कपड़े पहनने को बोला, और फिर उसे एक गाडी में डालकर ले जाने लगे। रास्ते में उन लोगो ने युवती की सोने की चैन, लॉकेट, पर्स में रखे १२ हजार रुपये, मोबाईल व घडी भी छीन ली। कुकरैल के जंगल के पास उसे बदहवास हालत में गाडी से खींचकर बाहर निकला। और हांथो को पीछे से बांधकर जंगल में फेंक कर फरार हो गए। जिसके बाद आस-पास के लोगो ने युवती को देखकर पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद युवती को वहाँ से पुलिस लेकर आयी।
कितने साल पुराना था मामला जिसके लिए बंधक बनाया
युवती ने बताया पांच साल पहले उसने २०१८ में विनय गोपलानी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट का केस दर्ज कराया था। जिसे वापस लेने के लिए विनय का छोटा भाई कमल गोपलानी काई सप्ताह से दबाव बना रहा था और धमकिया दे रहा था। जिसकी शिकायत उसने पुलिस में भी की थी। केस वापस नहीं लिया तो विनय व उसकी पत्नी पायल ने रास्ते में उसे रोक कर जान से मारने की धमकी दी थी।
युवती के मुताबिक इस वारदात को विनय गोपलानी, कमल गोपलानी व पायल गोपलानी ने अपने तीन-चार अन्य साथियों संग मिलकर अंजाम दिया है। प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर सुनील कुमार सिंह के मुताबिक विनय, कमल व पायल के साथ चार अन्य के खिलाफ साजिश रचने, अपहरण, बंधक बनाने, छेड़छाड़, धमकी देने, लूटपाट, एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।