इजरायल हमास युद्ध: ना पानी-ना दवा, आसमान से बरस रहे बम और गोलियां

इजरायल हमास युद्ध: हमास आतंकियों के खिलाफ गाजा पट्टी पर इजरायली सेना लगातार बमबारी कर रही है। मंगलवार देर रात इजरायली सैनिकों ने मध्य गाजा में बमबारी की। इस हमले में कई लोगों की मौत हो गई। संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल में शरण लेने वालों में से एक अबू हाशेम अबू अल-हुसैन ने गाजा के हालात की जानकारी देते हुए बताया कि यहां की स्थिति भयावह हो चुकी है।

एपी, दीर अल-बाला (गाजा पट्टी)। गाजा में मौजूद हमास आतंकियों के ठिकानों को चुन-चुनकर इजरायली सैनिक निशाना बना रहे हैं। गाजा में इजरायली सैनिकों द्वारा किए जा रहे जबरदस्त बमबारी की वजह से कई घर तबाह हो गए। वहीं, विस्थापितों को शरण दे रहे संयुक्त राष्ट्र के स्कूल पर भी रॉकेट से हमला किया गया। मंगलवार को बमबारी की वजह से मध्य और दक्षिणी गाजा में दर्जनों लोगों की मौत हो गई।

गाजा में स्थिति भयावह

संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल में शरण लेने वालों में से एक अबू हाशेम अबू अल-हुसैन ने गाजा के हालात की जानकारी देते हुए बताया कि यहां की स्थिति भयावह हो चुकी है। असहाय लोगों और घरों पर गोलीबारी और बमबारी की जा रही है।

कुछ दिनों पहले इजरायल ने उत्तरी गाजा में मौजूद लोगों को निर्देश दिया था कि सभी आम नागरिक दक्षिणी गाजा की ओर चले जाएं। तकरीबन छह लाख लोगों ने इजरायल के इस निर्देश का पालन किया। बता दें कि उत्तरी गाजा और दक्षिणी गाजा के बीच की दूरी लगभग 14 किलोमीटर है।

स्थानीय लोगों ने सुनाई आपबीती 

मध्य गाजा (Central Gaza) में मौजूद से मोअताज अल-जरे ने मंगलवार देर रात हुए विस्फोट की जानकारी देते हुए बताया कि आधी रात मैंने देखा कि मेरे घर की खिड़कियां टूट गई। यह देखने के बाद वो तुरंत घर के बाहर भागे। उन्होंने देखा कि उनके पड़ोसी इब्राहिम का पूरी तरह से नष्ट हो चुका है। इस हमले में दो परिवारों के कम से कम 12 लोग मारे गए।    

गाजा में पैदा हुआ मानवीय संकट

इजरायली सेना ने कहा कि वह हमास के ठिकानों, बुनियादी ढांचे और कमांड सेंटरों को निशाना बना रही है। इस समय गाजा में मानवीय संकट पैदा हो चुका है। यहां ना तो लोगों को पीने के लिए पानी मिल रहा और ना ही खाने के लिए भोजन। ईंधन और दवाओं का भी गाजा में कोई सुविधा नहीं है।

तेहरान में इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

गाजा शहर के अहली अरब अस्पताल अस्पताल पर मंगलवार रात हुए रॉकेट हमले के बाद तुर्किये की राजधानी अंकारा में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बुधवार तड़के ईरान के तेहरान में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली। अस्पताल में हुए रॉकेट हमले की वजह से 500 लोगों की मौत हो चुकी है।  हमास और इजराइल ने एक-दूसरे को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है।