रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आठ जनवरी को ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा के लिए रवाना होंगे। इस दौरान रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय साझेदारी की संभावना हैं। गौरतलब है कि पिछली मंत्री स्तरीय यात्रा 22 जनवरी को हुई थी। जून 2022 में राजनाथ सिंह की ब्रिटेन की यात्रा प्रोटोकॉल कारणों से रद्द कर दी थी। तीन दिवसीय यात्रा के दौरान ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स के साथ व्यापक बातचीत होगी। इस बैठक में सैन्य सहयोग और रक्षा औद्योगिक साझेदारी को गहन करने की कोशिश की जाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा कई मायने में खास
लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (आईआईएसएस) के थिंक टैंक में शामिल दक्षिण एशिया के सीनियर फेलो राहुल रॉय-चौधरी ने कहा कि यह यात्रा और सार दोनों के संदर्भ में खास है। 22 वर्षों में भारत के रक्षा मंत्री की ब्रिटेन की यह पहली यात्रा है। बता दें 22 जनवरी 2002 को तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नाडीस लंदन दौरे पर गए थे। इस लिहाज से यह यात्रा खास मानी जा रही हैं। राहुल रॉय चौधरी ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा कई मायने में खास है। इससे ब्रिटेन और भारत के बीच रिश्तों को मजबूती मिलेगी। ऋषि सुनक पिछले साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान हथियार निर्माण स्थलों में से एक का दौरा कर सकते हैं।
‘कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना’
विश्लेषकों की मानें तो मंत्री स्तर पर बातचीत के दौरान रक्षा क्षेत्र में केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत एजेंडे के कार्यान्वन पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। गौरतलब है कि भारत-ब्रिटेन रक्षा साझेदारी में इजाफा पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अप्रैल 2022 की भारत यात्रा से हुई, जिन्होंने भारत के लिए एक ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस (ओजीईएल) के निर्माण की घोषणा की थी, जिसके बारे में ब्रिटेन सरकार ने कहा था कि यह नौकरशाही को कम करेगा और इसमें मदद करेगा।