रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। भारतीय जनता पार्टी 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक बनाना चाहती है। भाजपा का कहना है कि 22 जनवरी को करोड़ो रामभक्तों का सपना साकार होगा। इस समारोह में शामिल होने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा है।
वहीं, सीपीएम और शिवसेना (यूबीटी) ने समारोह से दूरी बना ली है। आज (9 जनवरी) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर राम मंदिर को लेकर निशाना साधा है। सीएम ममता ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के जरिए ‘नौटंकी’ कर रही है।
मैं धार्मिक आधार पर बांटने में विश्वास नहीं रखती: ममता बनर्जी
टीएमसी सुप्रीमो ने जोर देकर कहा कि वह अन्य समुदायों को बाहर करने वाले उत्सवों का समर्थन नहीं करती हैं। दक्षिण 24 परगना जिले के जॉयनगर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह जनता को धार्मिक आधार पर बांटने में विश्वास नहीं रखतीं।
मैं हिंदू-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी: सीएम ममता
ममता बनर्जी ने आगे कहा,”कल मुझसे राम मंदिर को लेकर पूछा गया। मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं जो सभी को साथ लेकर चले, सबके बारे में बात करे। आपको जो करना है करिए, आप चुनाव से पहले नौटंकी कर रहे हैं करिए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करना सही नहीं है। मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जब तक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदू-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी।”