सिफारिशी नहीं, जिताऊ उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारेगी बीजेपी
लोकसभा चुनाव में यूपी में सीटे कम होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष पहली बार कल लखनऊ दौरे पर आए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के साथ ही उप चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। कोर कमेटी की बैठक में चुनाव में मिली हार और जीत के कारणों की समीक्षा की गई। साथ ही विधानसभा उप चुनाव पर भी चर्चा की गई।
बैठक में उप चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन पर रहा खास फोकस
बता दें कि लोकसभा चुनाव में मिली शिकस्त के प्रमुख कारणों में उम्मीदवारों के चयन का मुद्दा उठने के बाद भाजपा अब विधानसभा उप चुनाव के लिए प्रत्याशियों चयन में बेहद सतर्क होकर कदम उठाएगी। कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के साथ ही उप चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। बैठक में उप चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन पर खास फोकस रहा। कमेटी में तय हुआ कि उपचुनाव में 10 सीटों को जीतने के लिए सिफारिशी नहीं, जिताऊ प्रत्याशी को ही उतारा जाए। खास तौर से बैठक में भाजपा के कोर वोटर रहे गैर जाटव दलित और गैर यादव पिछड़ी जाति के खिसकने के कारणों पर गंभीरता से चर्चा की गई।
बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
इस कोर कमेटी की बैठक में पार्टी नेताओं ने भाजपा के छिटके वोटरों को फिर पाले में लाने को लेकर भी अलग से कार्ययोजना तैयार करने का सुझाव दिया है। अगस्त से सदस्यता अभियान शुरू करने की रूपरेखा तैयार करने पर भी चर्चा हुई। वहीं, मंडल, ब्लाक, सेक्टर और बूथ स्तर तक के संगठन को फिर से तैयार करने, प्रदेश कार्यसमिति की तैयारियों और पार्टी के बड़े पदाधिकारियों के प्रवास को लेकर कार्यक्रम तैयार करने पर भी बातचीत हुई। साथ ही बैठक में बीजेपी सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से सभी जाति, वर्ग और समुदाय को जोड़ने पर भी बात हुई। प्रदेश कार्यसमिति में प्रदेश भाजपा की संगठनात्मक कार्ययोजना को पटल पर रखा जाएगा, इसके आधार पर भी प्रदेश सभी कार्यक्रम संचालित होंगे।