प्रधानमंत्री ने जिला प्रशासन से ली हादसे की जानकारी
वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के समीप येलो जोन में सोमवार देररात दो पुराने मकान धराशायी हो गए। इनके मलबे में नौ लोग दब गए। तेज आवाज और घायलों की चीख पुकार सुन आसपास के लोग जुट गए। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबे लोगों को निकाल कर कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। वहां महिला प्रेमलता की मौत हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिला प्रशासन से घटना की जानकारी ली।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के समीप खोवा गली में मणिकर्णिका द्वार के पास मनीष और राजेश गुप्ता के लगभग 70 साल पुराने मकान हैं। सोमवार देररात लगभग तीन बजे दोनों मकान की जर्जर दीवारें गिर गईं। मकानों के मलबे में तीन महिला और ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी समेत 9 लोग दब गए थे।
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कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि मंडलीय कबीर चौरा अस्पताल में मलबे से निकालर कर भर्ती कराए गए लोगों में से एक महिला को चिकित्सकों ने मृत घोषित किया है। बचाव अभियान लगभग पूरा हो चुका है। हमारी प्राथमिकता मलबा साफ करना और इलाके के अन्य घरों में पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुबह कमिश्नर कौशल राज शर्मा से फोन पर वार्ता कर जानकारी ली। मंडलायुक्त ने प्रधानमंत्री को एनडीआरएफ, फायर, पुलिस, प्रशासन द्वारा चलाये गए रेस्क्यू आपरेशन तथा घायलों के अस्पताल में कराये जा रहे इलाज की पूरी विस्तृत जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने गिरे दोनों मकान में रह रहे सभी लोगों के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करते हुए दुर्घटना में मृत महिला के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री ने मंडलायुक्त को