प्राचीन काल से ही, इंसानों ने अपनी सुंदरता को बढ़ाने के लिए कई प्राकृतिक उपचारों का प्रयोग किया है। मोतियों जैसे सफेद दांतों वाली प्यारी मुस्कान हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचती है।
आजकल, कई उपचार और प्रोफेशनल वाइटनिंग एजेंसियां सबसे अच्छे सफ़ेद दांत देने का वादा करती हैं, लेकिन नींबू के छिलके का उपयोग करने की पारंपरिक और प्राकृतिक विधि से अच्छा कुछ नहीं है।
नींबू के छिलके में मौजूद साइट्रिक एसिड दांतों के लिए प्राकृतिक व्हाइटनर के रूप में काम करता है, और यह चमकदार मुस्कान पाने का एक आसान तरीका है।
नींबू का छिलका: दांत सफेद करने का एक प्राकृतिक रास्ता
नींबू का छिलका एक प्राकृतिक और पॉकेट-फ्रेंडली, दांत सफेद करने वाला घोल बनाता है। यह कैल्शियम और विटामिन सी का एक कीमती स्रोत है जो मुँह के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और इसमें मौजूद एसिड आपके दांतों से दाग को हटाने में मदद करत है।
लेकिन याद रखें, इनका अत्यधिक उपयोग न करें, क्योंकि इसका अधिक उपयोग करने से दांतों को कवर करने वाले एनेमल को नुकसान पंहुचा सकता है।
दांतों को सफेद करने के लिए नींबू के छिलके का उपयोग करने के कारगर तरीके:
नींबू के छिलके से अपने दाँत ब्रश करते समय, छिलके के सफ़ेद भाग का उपयोग करे, पीले भाग का नहीं, क्योंकि नींबू के छिलके में एसिड होता है जो आपके दाँतों को नुकसान पहुँचा सकता है। आप या तो छिलके को अपने दांतों पर रगड़ सकते हैं, या इसे पीसकर पेस्ट बनाकर उसका उपयोग कर सकते हैं।
एक चुटकी नमक या बेकिंग सोडा मिलाने से असर बढ़ सकता है। अपना मुँह धोने से पहले पेस्ट को 2-3 मिनट के लिए छोड़ दीजिए और फिर बाद में साइट्रिक एसिड से छुटकारा पाने के लिए अच्छी तरह से कुल्ला करना न भूलें।
नींबू के छिलके का उपयोग करते समय ये सावधानियां ज़रूर बरतें
नियमित ब्रशिंग और फ्लॉसिंग के साथ, दांतों को सफेद करने के लिए नींबू के छिलके का उपयोग अच्छा परिणाम दे सकता है। हालाँकि, ध्यान रखें, कि इसका ज़्यादा उपयोग न करें क्योंकि ज़्यादा उपयोग करने से हमारे दांतों के इनेमल को नुकसान हो सकता है।
अगर आप नियमित रूप से नींबू पानी पी रहे हैं तो नींबू के रस को पानी में मिलाकर पतला करने या स्ट्रॉ का उपयोग करने की सलाह दी जाती है ताकि वो सीधे दांतो पर न लगे।
तो अगली बार नींबू के छिलके को फेंकने से पहले याद रखियेगा, ये आपके दांतों को मोतियों की तरह चमका सकते हैं।