बाबा रामदेव ने कहा कि स्वदेशी से परिपूर्ण आंदोलन के साथ आर्थिक सुरक्षा के साथ-साथ ग्राम विकास में पतंजलि की महती भूमिका है। जिसे, आज देश भर में बहुत अच्छी पहचान मिली है।
समृद्ध ग्राम, पतंजलि दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट की ओर से पांच दिवसीय कृषि और उद्यम सखी ट्रेनिंग प्रोग्राम संपन्न हो गया। ट्रेनिंग में प्राकृतिक कृषि जैविक कृषि और मृदा परीक्षण के महत्व को समझाते हुए ‘धरती का डॉक्टर किट’ का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि भारत गांवों में बसता है।
उन्होंने पतंजलि का उद्देश्य ग्रामीण आर्थिक समृद्धि के साथ आजीविका अभिवृद्धि करके पूर्ण रूप से ग्राम विकास करने का है। स्वदेशी से परिपूर्ण आंदोलन के साथ आर्थिक सुरक्षा के साथ-साथ ग्राम विकास में पतंजलि की महती भूमिका है। जिसे, आज देश भर में बहुत अच्छी पहचान मिली है। पतंजलि ने योग क्रांति, ऋषि क्रांति, कृषि क्रांति को पूर्ण कर और अब ग्रामीण भारत की एक आर्थिक समृद्धि की क्रांति का पावन शुभारंभ किया है।
पतंजलि ने बनाई विश्व विख्यात पहचान
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हम हाथ से हाथ मिलाकर कृषि सखियों की मदद करना चाहते हैं। हम उद्यम सखियों को तकनीकी आधारित शिक्षा से समृद्ध करके आर्थिक समृद्धि करते हैं। उत्तराखंड राज्य आजीविका मिशन के एडिशनल सीईओ प्रदीप कुमार पांडे ने बताया कि पतंजलि ने उत्तराखंड प्रांत में इंडस्ट्री के रूप में भी एक अलग और विश्व विख्यात पहचान बनाई है जिसका लाभ न केवल ग्रामीणों को बल्कि उत्तराखंड राज्य के सभी उद्यमियों को मिल रहा है।
कहा कि ट्रेनिंग तो हमने बहुत की, लेकिन इस प्रकार की ट्रेनिंग हमने पहली बार की है। उन्होंने यह भी जाहिर किया कि वह पतंजलि ट्रेनिंग संस्थान में बार-बार आकर ट्रेनिंग करना चाहेंगी। कार्यक्रम में लोकगीत, लोक नृत्य और उत्तराखंड राज्य के समृद्धि और खुशहाली के लिए गीतों की बहुत सुंदर प्रस्तुति रही। इस मौके पर स्टेट मैनेजर रोहित, मिशन मैनेजर शीतल चौहान, पतंजलि संस्था के वरिष्ठ एनसी शर्मा, अंशुल आदि मौजूद रहे।