भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या 12 नवंबर को नीदरलैंड के खिलाफ बंगलूरू में टीम के आखिरी लीग मैच से पहले वापसी नहीं कर सकेंगे। पांड्या को 19 अक्तूबर को बांग्लादेश के खिलाफ मैच में अपनी ही गेंदबाजी पर क्षेत्ररक्षण के दौरान टखने में चोट लगी थी।
भारत और श्रीलंका की टीमें विश्व कप के 33वें मैच में आमने-सामने होंगी। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारतीय टीम की नजर टूर्नामेंट में सातवीं जीत पर होगी। वहीं, अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में हारनी वाली श्रीलंकाई टीम वापसी करना चाहेगी। उसके लिए यह करो या मरो वाला मुकाबला होगा। अगर श्रीलंका को हार मिलती है तो सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें लगभग समाप्त हो जाएंगी।
भारत का सफर इस विश्व कप में अब तक शानदार रहा है। उसने अपने सभी छह मैच जीते हैं और उसके खाते में 12 अंक है। टीम इंडिया जीत के इस क्रम को आगे बढ़ाने के लिए उतरेगी। उसने ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड को हराया है।
श्रीलंका को मिली है सिर्फ दो जीत
श्रीलंका की बात करें तो उसे छह मैचों में दो जीत मिली है। उसने नीदरलैंड और इंग्लैंड को हराया है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है।
अंतिम ग्रुप मैच से पहले नहीं लौट पाएंगे चोटिल हार्दिक
भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या 12 नवंबर को नीदरलैंड के खिलाफ बंगलूरू में टीम के आखिरी लीग मैच से पहले वापसी नहीं कर सकेंगे। पांड्या को 19 अक्तूबर को बांग्लादेश के खिलाफ मैच में अपनी ही गेंदबाजी पर क्षेत्ररक्षण के दौरान टखने में चोट लगी थी। वह न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ नहीं खेल सके और गुरुवार को श्रीलंका तथा पांच नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी नहीं खेल पाएंगे। भारत को आखिरी लीग मैच नीदरलैंड से 12 नवंबर को बंगलूरू में खेलना है।
टीम को संतुलित करने के लिए हार्दिक जरूरी
अभी तक सारे छह मैच जीतने वाली भारतीय टीम का सेमीफाइनल में प्रवेश तय है। पांड्या की कमी पूरी करने के लिए टीम में छठे नंबर पर उनकी जगह सूर्यकुमार यादव को उतारा गया है जबकि पांच गेंदबाज खेल रहे हैं। मोहम्मद शमी के शानदार फॉर्म को देखते हुए टीम को बतौर गेंदबाज पांड्या की कमी नहीं खली है लेकिन टीम के संतुलन के लिए उनका होना बहुत जरूरी है। पांड्या इस समय बंगलूरू में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हैं।
शार्दुल को मौका मिलना मुश्किल
हार्दिक की गैर मौजूदगी में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को मौका दिया गया जिन्होंने दो मैचों में नौ विकेट लेकर प्रभावित किया। उन्हें तेज गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत कर दिया। उनके रहने से शार्दुल ठाकुर को मौका मिलना मुश्किल है। शमी के शानदार प्रदर्शन से सिराज के ऊपर भी बेहतर करने का दबाव रहेगा। विपक्षी टीमों के बल्लेबाज शमी को आसानी से नहीं खेल पा रहे हैं और श्रीलंकाई बल्लेबाजों के लिए भी उन्हें खेलना आसान नहीं रहेगा।
छह मैचों में अय्यर का एक अर्धशतक
टूर्नामेंट में सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। गिल डेंगू के कारण पहले दो मैच नहीं खेल सके थे और वापसी के बाद भी सिर्फ एक अर्धशतक लगा पाए हैं। वहीं, शॉर्ट पिच गेंदों के खिलाफ श्रेयस अय्यर की कमजोरी सभी को पता है और उन्होंने इससे निजात पाने के लिए कड़ा अभ्यास भी किया। अय्यर ने छह मैचों में सिर्फ एक अर्धशतक लगाया है। कई मौकों पर वह फिनिशर की भूमिका निभाने में नाकाम रहे। दोनों बल्लेबाजों को बड़ी पारी खेलने की जरूरत है।
ईशान की होगी वापसी?
अगर रोहित शर्मा इस मैच में श्रेयस अय्यर को बाहर करना चाहेंगे तो ईशान किशन की वापसी हो सकती है। ईशान ने विश्व कप के शुरुआती दो मैचों में ओपनिंग की थी। वह मध्यक्रम में भी रन बनाने में सक्षम हैं और उनके आने से एक बाएं हाथ का बल्लेबाज भी टीम को मिल जाएगा। अब देखना है कि रोहित शर्मा उन्हें वापस लाते हैं या नहीं।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर/ईशान किशन, केएल राहुल (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज।
श्रीलंका: पथुम निसांका, दिमुथ करुणारत्ने, कुसल मेंडिस (कप्तान/विकेटकीपर), सदीरा समरविक्रमा, चरिथ असलांका, धनंजय डी सिल्वा, एंजेलो मैथ्यूज, महीश तीक्ष्णा, कसुन रजिथा, दुष्मंत चमीरा, दिलशान मदुशंका।