छठ पूजा का आज चौथा और अंतिम दिन है। छठ पूजा की शुरुआत 17 सितंबर से हुआ था। पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना और तीसरे दिन शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। बता दें कि खरना पूजा का प्रसाद ग्रहण करने के बाद से ही निर्जला व्रत शुरू हो जाता है। यह व्रत 36 तक चलता है। आज यानी सोमवार को व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे इसी के साथ छठ महापर्व समाप्त होगा। छठ पूजा संतान की प्राप्ति, उनकी लंबी आयु, सुख-शांति के लिए किया जाता है।
छठ पूजा का चौथा दिन, शुभ मुहूर्त
सूर्योदय-सुबह 6.47 बजे
सूर्यास्त-5.25 बजे
राहुकाल-शाम 8.07 बजे से शाम 9.26 बजे तक
वृद्धि योग-सुबह से शाम 8.35 बजे तक
नक्षत्र-धनिष्ठा
तिथि-कार्तिक शुक्ल पक्ष अष्टमी
सूर्य को अर्घ्य देने का समय
छठ पूजा के चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त आज यानी 20 नवंबर को 6.47 बजे से। यह शुभ मुहूर्त देश की राजधानी दिल्ली का है। अन्य राज्यों में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है।
ऐसे दें सूर्य देव को अर्घ्य
सूर्य पूजन के समय महिलाओं को सूती वस्त्र और पुरुष को धोती पहनना चाहिए।
पूजा के समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
तांबे के कलश से सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।
अर्घ्य देते समय डायरेक्ट सूर्य को नहीं देखना चाहिए, बल्कि कलश से गिर रहे पानी को देखते हुए अर्घ्य दें। नियमित जल चढ़ाने से सूर्य दोष दूर हो जाता है।
इस पर्व में व्रती महिलाएं पूजा की सामग्री के साथ नदी के किनारे पहुंचती हैं। सभी पूजा सामग्री सूप में रखा जाता है। महिलाएं पानी में खड़ी होकर सूप और कलश से सूर्यदेव को अर्घ्य देते हैं।
हाथों को उपर करके सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद पांच बार उसी जगह पर घूमें। इस के बाद अपनी इच्छाओं की पूर्ति की प्रार्थना करें।