भाजपा के वरिष्ठ नेता और पीएम मोदी के बेहद करीबी सुनील ओझा का दिल्ली में निधन हो गया है। कुछ महीने पहले उनका उत्तर प्रदेश से बिहार ट्रांसफर हो गया था। बिहार ट्रांसफर से पहले सुनील ओझा यूपी के सह प्रभारी थे फिर उन्हें बिहार में पार्टी का सह प्रभारी बनाया गया।
वरिष्ठ भाजपा नेता सुनील ओझा का दिल्ली में निधन हो गया है। बता दें कि कुछ महीने पहले उनका उत्तर प्रदेश से बिहार ट्रांसफर हो गया था।बिहार ट्रांसफर से पहले सुनील ओझा यूपी के सह प्रभारी थे फिर उन्हें बिहार में पार्टी का सह प्रभारी बनाया गया। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ये नियुक्ति की थी।
सुनील ओझा मूल रूप से गुजरात के भावनगर जिले के रहने वाले थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे। सुनील ओझा भावनगर दक्षिण से बीजेपी के विधायक भी रह चुके थे। ब्राह्मण समाज से आने वाले ओझा बेहद जमीनी नेता थे। सुनील ओझा को बिहार का सह प्रभारी बनाने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई थी।
गड़ौली धाम आश्रम को लेकर थे चर्चाओं में
बता दें कि सुनील ओझा पिछले दिनों गड़ौली धाम आश्रम को लेकर चर्चाओं में थे। मिर्जापुर में गंगा नदी के किनारे गड़ौली धाम आश्रम का निर्माण किया जा रहा है। जिसके बारे में बताया जाता है कि ये सुनील ओझा की देखरेख में बन रहा था।