धार्मिक मत के अनुसार, खरमास वर्ष में 2 बार लगता है। पहला खरमास मार्च से अप्रैल के बीच और दूसरा दिसंबर से जनवरी तक लगता है। जब सूर्यदेव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास की शुरूआत होती है। इस बार खरमास 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है और इसका समापन 15 जनवरी, 2024 को होगा। खरमास के समय मांगलिक कार्य वर्जित रहता है। इस दौरान भगवान विष्णु जी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार, खरमास के दौरान विशेष उपाय करने से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती है। आइए, खरमास के दौरान किए जाने वाले उपायों के बारे में जानते हैं-
खरमास के समय गरीब लोगों की मदद करने से जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। गुड़, तिल, कंबल और गर्म कपड़े समेत कई चीजों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है।
खरमास के दौरान एकाक्षरी बीज मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप करना बेहद फलदायी होता है। एकाक्षरी बीज मंत्र ‘ॐ घृणि: सूर्याय नम:’ का जाप लाल चंदन की माला से कर सकते हैं।
खरमास के दौरान बृहस्पति चालीसा का पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दौरान भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है।
अगर आप मनोकामनाएं पूरी करना चाहते हैं, तो पानी में हल्दी और जवा का फूल डालकर सूर्य भगवान को अर्पित करें। ऐसा करने से सूर्य भगवान प्रसन्न होते हैं।
अगर आपकी शादी में बाधा उत्पन्न हो रही है या फिर धन से संबंधित परेशानी का सामना कर रहे हैं। तो खरमास के दौरान मां लक्ष्मी जी की पूजा करें और उन्हें सिंदूर चढ़ाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से सभी प्रकार परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
खरमास में सूर्य चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। साथ ही यह उपाय बेहद कल्याणकारी होता है।